राजस्थान के झुंझुनू में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय अहम बैठक गुरुवार से शुरू हो गई है. संघ का शताब्दी वर्ष 2025 में मनाया जाना है. सूत्रों के अनुसार, झुंझुनू में जारी इस महत्वपूर्ण बैठक में शताब्दी वर्ष को कश्मीर में मनाए जाने की संभावना पर विचार किया जाएगा. 7 जुलाई से 9 जुलाई तक तीन दिवसीय बैठक के दौरान अन्य कार्यक्रमों की योजना के अलावा प्रांत प्रचारक पिछले दशक में संगठन के विस्तार के लिए किए गए अपने आउटरीच कार्यक्रम पर चर्चा करेंगे.
बैठक में RSS प्रमुख मोहन भागवत, मनमोहन वैद्य, अरुण कुमार, डॉ. कृष्ण गोपाल और सीआर मुकुंद सहित RSS के प्रमुख पदाधिकारी समेत कई शीर्ष RSS नेता मौजूद हैं.
शीर्ष एजेंडा में सांप्रदायिक सद्भाव शामिल
संघ के पदाधिकारी अन्य मुद्दों के अलावा उदयपुर में कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के बाद राजस्थान और अन्य हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव सहित देश में मौजूदा स्थिति पर भी चर्चा करेंगे.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (MRM) ने RSS नेता इंद्रेश कुमार की अगुवाई में उदयपुर में मारे गए दर्जी कन्हैयालाल के लिए विभिन्न स्थानों पर श्रद्धांजलि सभा की योजना बनाई है. इसके लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच विभिन्न मुस्लिम संगठनों के संपर्क में है. सूत्रों ने कहा कि एमआरएम कट्टरपंथ के खिलाफ भी अभियान चला रही है. बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय को जोड़ने के लिए कई मुस्लिम मौलवियों और संगठनों को शामिल किया गया है.
सूत्रों का कहना है कि शांति का संदेश फैलाने और सांप्रदायिक आग बुझाने के लिए ऐसे लगभग 50 संगठनों की पहचान की गई है. मुस्लिम समुदाय के धार्मिक नेता, शिक्षाविद और अन्य सम्मानित व्यक्ति समुदाय के लोगों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे.
हाल ही में हुई थी भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
बता दें कि हाल ही में तेलंगाना के हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई है. बैठक के दौरान भाजपा ने दक्षिणी राज्यों में अपनी रणनीति पर ध्यान केंद्रीय किया है, खासकर तेलंगाना में जहां अगले साल चुनाव होने हैं.
अब जबकि राजस्थान में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की बैठक हो रही है. यहां भी अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. हालांकि आरएसएस के नेताओं का कहना है कि यह एक नियमित बैठक है, जो हर साल होती है.
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