राजस्थान की राजनीति में सीएम अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने को लेकर चर्चा हो रही है. वहीं इस बीच राज्य में सचिन पायलट को सीएम बनाने की एक बार मांग उठ गई और यह मांग गहलोत समर्थक और बसेडी से कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने की है.
उन्होंने राजस्थान के सीएम बदलने पर कहा कि बदलाव होते रहने चाहिए हालांकि यह फैसला आलाकमान करता है. उन्होंने कहा कि पहले जब अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने थे, तब सचिन पायलट डिप्टी सीएम थे. बीच में पायलट हरियाणा के मानेसर गए लेकिन पार्टी में पायलट को वादों के साथ वापस लाया गया. आज जब बदलाव हो रहा है तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यह समझना चाहिए कि उन्हें पार्टी ने बहुत कुछ दिया है. अब युवाओं को मौका दिया जाए.
आज का युवा सचिन पायलट के साथ
एससी आयोग के अध्यक्ष लाल बैरवा बोले कि अभी जो हालात बने हुए हैं, उसमें सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाते हैं तो क्या दिक्कत है? आज का युवा, उनकी जाति 100 पर्सेंट उसके साथ हैं. सबकी यही भावना है. मैं भी उसी भावना की बात कर रहा हूं. एससी आयोग का अध्यक्ष होने के नाते भावनाओं को बता रहा हूं. राजस्थान में एससी एसटी के साथ जो हो रहा है मुझे लगता है कि हमें उनकी भावनाओं के साथ काम करना चाहिए.
गहलोत खुद सेकेंड लाइन को आगे करें
लाल बैरवा ने कहा कि अशोक गहलोत हमारे पुराने नेता हैं. 40 साल से राजनीति में हैं. 20 साल से तो वह मुख्यमंत्री समेत बड़े पदों पर हैं. आज जो हालत हैं, उसमें बदलाव की बात हो रही है तो मुख्यमंत्री गहलोत खुद बड़े नेता हैं, उन्हें खुद सेकेंड लाइन को तैयार करके आगे भेजना चाहिए.
वेद प्रकाश सोलंक भी कर चुके हैं मांग
इससे पहले जून में पायलट के समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग की थी. करौली में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हम कांग्रेस का भला चाहते हैं. कांग्रेस की सरकार दोबारा कैसे बने यह सब जानते हैं. उन्होंने नारा दिया था- 'पायलट को लाओ और राजस्थान बचाओ.'