राजस्थान के चुनावी माहौल में भगवा ध्वज हटाने को लेकर सियासत गर्म है. कांग्रेस की शिकायत के बाद जयपुर शहर में जगह-जगह लगे भगवा झंडों और पोस्टरों को हटाने के बाद हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई है. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का पुतला फूंक विरोध जताया है. हिंदू संगठनों का कहना है कि चुनाव और राम नाम से कोई लेना देना नहीं हैं.
दरअसल, जयपुर शहर लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रताप सिंह खाचरियावास के एडवोकेट मंगल सिंह ने जिला मजिस्ट्रेट को लिखित में शिकायत की. इसमें उन्होंने कहा कि जयपुर शहर के परकोटा के सभी बाजारों में लोकसभा चुनाव में पार्टी विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से भगवा रंग के ध्वज लगाए गए हैं, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
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'नगर निगम के कर्मचारियों ने हटाए भगवा झंडे'
इसके बाद रातों-रात नगर निगम के कर्मचारियों ने भगवा झंडे और पताकाओं को हटा दिया. इसके बाद अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष और विधायक बाल मुकुंदचार्य ने कलेक्टर को शिकायत कर वापस भगवा झंडे को लगाने की मांग की. वहीं, हवामहल से भाजपा के विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि कांग्रेस वालों को भगवा ध्वज और राम नाम से आपत्ति है.
'कांग्रेस चाहती है कि देश भगवा मुक्त हो- बालमुकुंद आचार्य'
बाबा बालमुकुंद आचार्य का कहना है कि हर साल रामनवमी पर जुलूस निकाला जाता है. इसको देखते हुए शहर में भगवा ध्वज लगाए गए थे. जबकि रामनवमी पर्व और चुनाव दोनों एक साथ आना संयोग हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव से हटकर रामनवमी का पर्व है. ऐसे तो कांग्रेस राम जी के मंदिरों पर ताला लगाने का भी फरमान निकाल देगी. कांग्रेस चाहती है कि देश भगवा मुक्त हो, लेकिन हम चाहते है देश कांग्रेस मुक्त हो.
'बालमुकुंद आचार्य के ये हैं आरोप'
बता दें कि जयपुर शहर के परकोटे में इस विवाद के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी रोड़ शो निकाला. जहां उन्होंने भाजपा प्रत्याशी मंजू शर्मा के समर्थन में वोट की अपील की. ऐसे में भाजपा विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य का आरोप है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी जयपुर आने वाले है, इसलिए उनके कहने पर यह भगवा ध्वज हटाए गए हैं.