कहते हैं हुनर किसी का मोहताज नहीं होता… यह बात राजस्थान के तीन भाइयों पर लागू होती है. कबाड़ी की दुकान में एक भाई को स्केटिंग जूतों की एक जोड़ी मिली थी. उसी से तीनों ने प्रैक्टिस की और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में दो भाईयों का चयन भी हो गया.
राजस्थान में सड़कों पर स्केटिंग करते इन तीन लड़कों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इन वीडियो को देखकर हर कोई इन लड़कों की प्रशंसा कर रहे हैं. वायरल वीडियो राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु का है. तीनों सगे भाई हैं और ड्राइवर के बेटे हैं.
दरसअल, बायतु के रहने वाले ड्राइवर मुश्ताक अली के बड़े बेटे अल्ताफ हुसैन को पास ही स्थित कबाड़ी की दुकान से एक जोड़ी स्केट्स मिले थे. उन्होंने इन्हीं जूतों से प्रैक्टिस शुरू की. पिता ने खूब मना किया. एक बार तो मुश्ताक ने बेटे को डांटते हुए जूते भी बाहर फेंक दिए थे. उन्हें डर था कि कहीं बच्चे गिरकर हाथ-पांव ने तुड़वा लें. लेकिन, मां ने हौंसला बढ़ाया और बेटों ने भी जिद नहीं छोड़ी.
लगातार प्रैक्टिस करने के बाद साल 2021 के अगस्त में बाड़मेर में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में अल्ताफ ने भाग लिया और उसका राज्य स्तर पर चयन भी हो गया. अल्ताफ ने राज्य स्तर पर चयन होने के बाद अपने दोनों छोटे भाईयों जावेद अख्तर और महबूत को भी प्रैक्टिस करवानी शुरू कर दी.
अल्ताफ ने जोधपुर में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा तो लिया. मगर, प्रोफेशनल स्केटिंग जूतों के अभाव में अल्ताफ पिछड़ गया. अल्ताफ की मंशा थी कि यदि उसे स्केटिंग के लिए प्रोफेशनल जूते मिल जाएं, तो वह नेशनल लेवल पर भाग ले पाएगा.
बेटों के हुनर को देखते हुए पिता ने खरीदे स्केट्स
दोनों बेटों अल्ताफ और जावेद ने गांव से बायतु जाने वाली नई सड़क पर जमकर प्रैक्टिस की. दोनों की मेहनत रंग लाई और अल्ताफ के बाद जावेद का भी राज्य स्तर पर चयन हो गया. आखिरकार पिता ने बेटों के हुनर को देखते हुए 1 लाख रुपए में स्केट्स खरीदकर दिए. दोनों राज्य स्तर पर हिस्सा लेने पहुंचे, लेकिन महज 5 सेकंड के अंतराल से दूसरे स्थान पर रहे. अब पिता मुश्ताक अली को भी लगता है कि अब महंगे स्केटिंग जूतों के बिना काम नहीं चलेगा.
अब सरकार और लोगों से है मदद की दरकार
मुश्ताक अली का बड़ा बेटा अल्ताफ हुसैन 9वीं, जावेद अख्तर 7वीं और मेहबूब अली 5वीं में पढ़ता हैं। तीनों बेटों के साथ घर की जिम्मेदारी भी मुश्ताक अली पर है। ड्राइवर पिता मुश्ताक तीनों बेटों को गाड़ी में बैठाकर नई सड़क पर प्रैक्टिस करवाने ले जाते हैं. अब मुश्ताक अली अपने तीनों बेटों के साथ खड़े हैं, लेकिन इतने सक्षम नहीं है. ऐसे में तीनों हुनरबाज बेटों के लिए अब मुश्ताक अली को सरकारी मदद के साथ भामाशाहों की मदद की भी दरकार है. ताकि, तीनों बेटों को नेशनल लेवल तक पहुंचाया जा सके.
कांग्रेस विधायक ने ट्वीट कर की सराहना
गहलोत सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान में बाड़मेर जिले की बायतु विधानसभा से हरीश चौधरी कांग्रेस के विधायक हैं. हरीश चौधरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर इन तीनों बच्चों की सराहना की है और कैप्शन में लिखा है 'बढ़ता बायतु.'