जब लड़कियां शादी कर किसी घर में जाती हैं, तो सास उन्हें घर के कामकाज और रीति-रिवाज सिखाती है. लेकिन यहां कहानी अलग थी. यहां पर सास बहू को 'साफ सफाई' के वो गुर सिखा रही थी, जो सीधे यात्रियों की जेबें साफ करने में काम आते थे.
चोरी की दुनिया में अपना 'परिवारिक बिजनेस' चलाने वाली जयपुर की 54 साल की चंदा और उसकी 25 साल की बहू काजल ने न जाने कितने यात्रियों को ठगा. सास-बहू की इस जोड़ी को ट्रेन में सफर करने वाले लोग चलते-फिरते एटीएम की तरह नजर आते थे. दोनों का तरीका बिल्कुल फिल्मी था. चंदा यात्रियों के इर्द-गिर्द मंडराकर माहौल बनाती, जबकि काजल सफाई से हैंडबैग की चैन खोलकर कीमती गहने और नकदी पार कर लेती. भीड़ का फायदा उठाकर अगले स्टेशन पर उतर जातीं और देखते ही देखते गुम हो जातीं. जयपुर की ट्रेनों में यात्रियों के बैग हल्के करने वाली ये जोड़ी आखिरकार पुलिस के जाल में फंस ही गई.
जब सास-बहू के खेल का हुआ खुलासा
इनकी हरकतों का पर्दाफाश तब हुआ, जब 18 फरवरी को जयपुर रेलवे स्टेशन से रणथंभौर एक्सप्रेस में सफर कर रहे ईश्वर सिंह और उनकी पत्नी ने चोरी की शिकायत दर्ज कराई. जब वे जोधपुर पहुंचे, तो देखा कि उनकी पत्नी के हैंडबैग की चैन खुली हुई थी और उसमें रखा सोने का कड़ा, चेन और टॉप्स ग़ायब थे. ईश्वर सिंह ने इस घटना की रिपोर्ट 22 फरवरी को जीआरपी थाने में दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और छानबीन शुरू कर दी.
100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए
शिकायत मिलते ही पुलिस ने रेलवे स्टेशन और ट्रेन के हर संभावित सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया. 100 से अधिक फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को दो संदिग्ध महिलाएं नज़र आईं, जो बार-बार अलग-अलग ट्रेनों में चढ़-उतर रही थीं और हर वारदात के बाद किसी नए स्टेशन पर गायब हो जाती थीं. जांच आगे बढ़ी, तो पुलिस को इन दोनों महिलाओं की पहचान हो गई. चंदा और काजल, जो जयपुर के कालवाड़ रोड इलाके में रह रही थीं. मगर पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही दोनों को भनक लग गई और वे हरियाणा भाग गईं.
पुलिस ने दबिश देकर दबोचा
जयपुर पुलिस को जैसे ही पता चला कि दोनों आरोपी राजस्थान छोड़कर हरियाणा भाग गई हैं, तो पुलिस ने वहां तक पीछा किया. पुलिस निरीक्षक अरुण चौधरी ने बताया कि टोहाना इलाके में कई दिनों की तलाश के बाद पुलिस ने इन दोनों को एक ठिकाने से धर दबोचा. गिरफ्तारी के वक्त भी ये दोनों पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन इस बार पुलिस पूरी तैयारी से आई थी. घर की तलाशी लेने पर करीब 5 लाख रुपये के गहने बरामद किए गए, जो जयपुर की अलग-अलग ट्रेनों में हुई चोरियों से इकट्ठे किए गए थे.
पहले भी कई वारदातों में थी संलिप्तता, लेकिन बच निकलती थीं
पूछताछ में पता चला कि सास-बहू की यह जोड़ी काफी समय से इस गोरखधंधे में शामिल थी. दोनों ने जयपुर ही नहीं, बल्कि दिल्ली, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश की कई ट्रेनों में यात्रियों को अपना शिकार बनाया था. अब तक यह जोड़ी हर बार बच निकलने में सफल रही थी, लेकिन इस बार पुलिस के पास इनके खिलाफ पुख्ता सबूत थे.