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Telegram के जरिए ₹7.5 लाख की ठगी, 10वीं और नर्सिंग की छात्रा भी गिरोह में शामिल

भरतपुर जिले में नदबई निवासी एक व्यक्ति को Telegram ऐप के जरिए ऑनलाइन निवेश करने का झांसा दिया गया था. इसकी बातों में आकर पीड़ित ने 7,50,400 रुपए ऑनलाइन जमा करवा दिए थे. फिर उसे ठगी का पता लगा था. 

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(प्रतीकात्मक तस्वीर)
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

राजस्थान की भरतपुर साइबर थाना पुलिस ने 'ऑपरेशन एंटी वायरस' के तहत ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. साइबर पुलिस ने जोधपुर में कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी करने के मामले में दो युवतियों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपी सभी स्टूडेंट्स है, जिन्होंने ऑनलाइन निवेश के नाम 7.5 लाख रुपए की ठगी की थी. 

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साइबर टीम ने जोधपुर के झालामण्ड क्षेत्र में छापेमारी करते हुए मोनिका प्रजापत (20), ममता कंवर (21) और पीयूष मेहरा को गिरफ्तार किया है. आरोपी मोनिका पाल रोड पर प्राइवेट हॉस्पिटल में नर्सिंग की इंटरर्नशिप छात्रा है. वहीं, ममता दसवीं तक पढ़ी है और पीयूष 12वीं का छात्र है. गिरोह में शामिल लूनी निवासी महेन्द्र बिश्नोई और महामंदिर निवासी हेमंत दाधीच अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं. 

दरअसल, भरतपुर जिले में नदबई निवासी एक व्यक्ति को Telegram ऐप के जरिए ऑनलाइन निवेश करने का झांसा दिया गया था. इसकी बातों में आकर पीड़ित ने 7,50,400 रुपए ऑनलाइन जमा करवा दिए थे. फिर उसे ठगी का पता लगा था. 

इसके बाद पीड़ित ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया. पुलिस स्पेशल ऑपरेशन के तहत कार्रवाई को अंजाम देते हुए गिरोह तक पहुंची. लेकिन गिरोह में और भी साइबर ठग होने का भी अंदेशा है. इसको लेकर गिरफ्तार ठगों से पूछताछ जारी है.

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