करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में बीकानेर के रोहित गोदारा उर्फ रोहित स्वामी का नाम सामने आ रहा है. वह मूल रूप से बीकानेर जिले के लूणकरणसर तहसील के कपूरीसर गांव का रहने वाला है. पुलिस ने पिछले तीन दिनों में रोहित गोदारा से जुड़े 81 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की, जिसमें सबसे ज्यादा पूछताछ बीकानेर के मुक्ता प्रसाद थाना, सदर थाना और लूणकरणसर थाने में की गई.
दरअसल, बीकानेर में रोहित गैंग के कई सक्रिय गुर्गे हैं, जिसमें पालना से रामरतन जाट, जितेंद्र जाट, भैराराम डूडी, मुक्ता प्रसाद के जीशान अली, गजनेर से पृथ्वी सिंह, श्रीडूंगरगढ़ से राकेश ओझा, गणेश ओझा, बीकानेर के तिलक नगर से विजय सिंह, नरेंद्र सिंह, बीछवाल से अमरजीत बिश्नोई, उदासर से देवी सिंह, लूणकरणसर से दिनेश कुमार शर्मा, रानी बाजार से तेजकरण उर्फ तेजू माली शामिल हैं. पुलिस इनसे गहन पूछताछ कर रही है. हालांकि अभी तक कोई बड़ी जानकारी पुलिस को हाथ नहीं लगी है.
बता दें कि रोहित गोदारा ने दसवीं तक की पढ़ाई की, उसके बाद मोबाइल की शॉप भी की. जब उसकी शादी हो गई तो इसके बाद उसकी अपनी पत्नी से अनबन रहने लगी. इस पर रोहित गोदारा के ससुराल वालों ने उस पर दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्जा दिया और वह पहली बार जेल गया. जेल जाने के बाद वह धीरे-धीरे गुठली गैंग, मोनू गैंग और लॉरेंस गैंग के संपर्क में आया. फिर एक मोबाइल मैकेनिक का काम करने वाला रोहित गोदारा बड़ा गैंगस्टर बन गया और जेल में जाकर इन बड़े गैंगस्टर्स से उसका मेल- मिलाप होने लगा. उसने अलग से अपनी गैंग बनाई और आज विदेश में बैठकर बड़ी-बड़ी साजिशों को अपने गुर्गों के द्वारा अंजाम दे रहा है.
(रिपोर्ट- कुलदीप सिंह चरण)