राजस्थान के फतेहपुर में स्वतंत्रता दिवस से पहले एक युवक हाथ में झंडा और गले में फांसी का फंदा लगाकर टावर के सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया. इसके बाद बाद वही खड़ा होकर अपने आप को झूठे केस में फंसाने को लेकर एक पक्ष के लोगों को गालियां देने लगा. करीब करीब पांच घंटे तक टावर पर इधर से उधर घूमता रहा.
मामला शहर के चूरू रोड़ के वार्ड 52 के मक्का मस्जिद के सामने का है. कुम्हारों की गली के पास एक युवक दोपहर 1 बजे मोबाइल टावर पर चढ़ गया. करीब पांच घंटे तक टावर पर इधर से उधर घूमता रहा. इस दौरान वह टावर पर लगा बल्ब का कवर तोड़कर नीचे फेंक दिया. युवक को टावर पर चढ़ा देख आस-पास के दुकानकारों और लोगों की भीड़ लग गई.
आपदा प्रबंधन की टीम फायर ब्रिगेड लेकर पहुंचीं
सूचना मिलते ही कोतवाली फतेहपुर के राजेंद्र मय पुलिस बल के साथ पहुंचे. साथ ही जिला प्रशासन और नगर निगम के आपदा प्रबंधन की टीम फायर ब्रिगेड लेकर पहुंचीं. सीकर पुलिस-आपदा प्रबंधन की टीम पांच घंटे तक रोड पर लोगों के बीच खड़ा होकर युवक को समझाया.
हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ
मगर, करीब पांच बजे दो दोस्त के समझाने के बाद युवक नीचे उतरा. इसी बीच एसडीएम कपिल उपाध्याय, डिप्टी रामप्रताप बिश्नोई, एसएचओं के के धनखड़ सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे. इसके बाद टेंट से गदे मंगवाए गए और चारों तरफ नीचे जाल बिछाया. वहीं, पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर मेडिकल कराया है और पूछताछ की है.
नंदलाल चार महीने पहले ही जमानत लेकर आया है बाहर
मामले में डीवाईएसपी रामप्रताप विश्नोई ने बताया कि वॉर्ड नंबर 52 लोहार मौहल्लें का रहने वाला नंदलाल कुमावत उर्फ नंदू रविवार दोपहर एक बजे मोबाइल टावर पर चढ़ा था. करीब एक साल पहले युवक के दोस्त पर नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने और छेड़छाड़ का मामला कोतवाली थाने में दर्ज हुआ था. पॉक्सो एक्ट में दर्ज मामले में नंदलाल को भी आरोपी बनाया गया और चार महीने की जेल हुई थी. चार महीने पहले ही हाईकोर्ट से जमानत लेकर बाहर आया है. उसी के इंसाफ को लेकर युवक पुलिस और अन्य लोगों से इंसाफ मांग कर रहा था.