राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के मामले में परिवारवालों को रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक कन्हैया लाल की भतीजी रो-रोकर इंसाफ मांग रही हैं. उनका कहना है कि गुनाहगारों को सिर्फ सजा नहीं, बल्कि उन्हें फांसी मिलनी चाहिए. परिवार के अलावा पूरे उदयपुर ने गुनाहगारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है.
इस बीच उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की बर्बर हत्या की जांच के लिए NIA की 4 सदस्यीय टीम उदयपुर भेजी गई है. इस जांच टीम में NIA के सीनियर रैंक के अधिकारी शामिल हैं. इसमें आईबी को भी लगाया गया है. IB के अधिकारी केद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर वारदात के पीछे की बड़ी साजिश की जांच करेंगे.
क्या है पूरी वारदात?
वारदात उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र की मालदीस स्ट्रीट की है. कन्हैया लाल नाम का एक शख्स यहां टेलर की दुकान चलाता है. उसके बेटे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेत्री रहीं नूपुर शर्मा के पक्ष में एक पोस्ट किया था. इसके बाद से कन्हैया लाल को धमकी मिल रही थी. इन धमकियों की वजह से उसने पांच दिन तक दुकान बंद भी रखा था.
मंगलवार को जैसे ही कन्हैया लाल ने दुकान खोला तो दो शख्स उसके पास पहुंचे. नाप लेने के दौरान ही अचानक से कन्हैया लाल पर खौफनाक हमला बोल दिया और टेलर की गर्दन धड़ से अलग कर दी गई. कत्ल करने के बाद कातिलों ने हत्या की बात कबूलते हुए वीडियो बनाया और दोनों हत्या की वजह बताई.
दोनों हत्यारों ने अपना नाम मुहम्मद रियाज़ है औऱ मुहम्मद गौस बताया है. वारदात के बाद उदयपुर में आक्रोश फैल गया. शहर के कई क्षेत्रों में प्रदर्शन हुए. हालात को बिगड़ने से बचाने के लिए पूरे राज्य में महीने भर के लिए धारा 144 लगा दी गई है जबकि उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है.
इसके साथ ही दोनों कातिलों को राजस्थान पुलिस ने पकड़ लिया है. वारदात का वीडियो वायरल होने के चंद घंटे के भीतर राजसमंद से दोनों आरोपियों को दबोच लिया गया. दोनों भागने की कोशिश कर रहे थे. दोनों की गिरफ्तारी का वीडियो सामने आया है ,जिसमें मौके पर पहुंची पुलिस को दोनों पर काबू पाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी.
(रिपोर्ट- धीरज)