उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के मामले में चारों आरोपियों को शनिवार को NIA कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों रियाज, मोहम्मद गौस को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. दोनों आरोपियों ने ही हत्या कर वीडियो शेयर किया था. इसके बाद राजस्थान एटीएस ने शुक्रवार को दो अन्य आरोपियों मोहसिन और आसिफ को गिरफ्तार किया था.
सूत्रों के मुताबिक, कन्हैया लाल की हत्या से पहले कई बार मीटिंग की गईं. इस मीटिंग में रियाज, मोहम्मद गौस, आसिफ और मोहसिन शामिल थे. कन्हैया लाल की शॉप से महज 500 दूर ही मोहसिन की शॉप और पड़ोस में आसिफ के कमरे पर हत्या की साजिश रची गई.
आसिफ और मोहसिन हथियार बनाने तक में रहे शामिल
रियाज ने आसिफ और मोहसिन को रेडक्लाइज करके इस वारदात में साथ देने के लिए तैयार किया था. आसिफ और मोहसिन कन्हैया लाल की हत्या की प्लानिंग से लेकर हथियार बनाने तक में शामिल रहे. कन्हैया लाल की दुकान जिस गली में थी, उस गली में पहले से रियाज और मोहम्मद गौस का आना जाना था
उदयपुर में जब विवादित बयान पर कुछ लोग समर्थन करने लगे तभी रियाज और मोहमद गौस ने तय कर लिया था की कुछ बड़ा करना है. कन्हैया आसान शिकार लगे और चूंकि पहले से रियाज और मोहम्मद गौस कन्हैया की दुकान के पास आते जाते रहते थे और उस गली से वाकिफ थे तो हत्याकांड को अंजाम दिया.
कपिल मिश्रा ने कन्हैया लाल के परिवार से की मुलाकात
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान चित्तौड़गढ़ के सांसद सी.पी. जोशी भी उनके साथ थे. कपिल मिश्रा ने बताया कि कन्हैया लाल के परिवार की मदद के लिए हमने 1 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा था. अभी तक 1 करोड़ 70 लाख रुपये इकट्ठा हो गए हैं.