राजस्थान के उदयपुर में हुई टेलर कन्हैया लाल की हत्या को लेकर देशभर में गुस्सा है. यूपी, हरियाणा, राजस्थान, एमपी समेत देश के तमाम हिस्सों में हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कन्हैया लाल की हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही हत्यारों को फांसी देने की भी मांग की. उधर, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत उदयपुर में कन्हैयालाल के परिवार से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कन्हैया लाल के परिजनों को 51 लाख रुपए का चेक सौंपा. इससे पहले सीएम गहलोत ने राज्य की जनता से शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. उदयपुर हत्याकांड से जुड़ी हर खबर और बड़ा अपडेट यहां पढ़ें...
उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को 13 जुलाई तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है. राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या की जांच अब नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने अपने हाथ में ले ली है. गुरुवार को जांच एजेंसी NIA के अधिकारी उदयपुर पहुंच गए हैं. दोनों आरोपियों को एनआईए अपनी हिरासत में लेगी. NIA की तरफ से बताया गया कि जांच एजेंसी ने जांच के लिए 10 अधिकारियों की टीम बनाई है. NIA के आईजी रैंक के अधिकारी उदयपुर पहुंच गए हैं. एनआईए दोनों आरोपियों को जयपुर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने के बाद मामले की जांच राजस्थान में ही करेगी. फिलहाल दोनों को दिल्ली लाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. एनआईए की टीम ने बताया कि वारदात को अंजाम देकर आरोपी अपनी कम्युनिटी में हीरो बनना चाह रहे थे. जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया, फिर वीडियो शूट किया गया. एक आतंकी घटना ही लग रही है.
NIA के आईजी रैंक के अधिकारी उदयपुर पहुंच गए हैं. इस तरह की वारदात को अंजाम देकर आरोपी अपनी कम्युनिटी में हीरो बनना चाह रहे थे. जिस तरह से अंजाम दिया. जिस तरह की वीडियो बनाई गई. शुरू में और बाद में ये एक आतंकी घटना ही लग रही है. जांच में और लोगों के शामिल होने की पूरी संभावना है. ये बड़ा ग्रुप हो सकता है. आतंकी संगठन नहीं, बल्कि ग्रुप का काम लग रहा है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अजमेर का है और 17 जून को यहां नुपूर शर्मा के मामले में शांति मार्च निकाला गया था. मार्च के दौरान सिर तन से जुदा के नारे लगाए गए. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना के बाद पुलिस ने 25 लोगों को चिन्हित किया है. गिरफ्तार होने वालों में गुजरात निवासी मुल्लत कामिल, अजमेर खादिम मोहल्ला निवासी फक्कड़ जमाली और अजमेर फूलगली का निवासी ताजिम शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उदयपुर की घटना पर कहा, इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. धार्मिक उन्माद में जो भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, उदयपुर की घटना के साथ साथ पिछले दिनों राजस्थान में हुईं सभी घटनाओं की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा, करौली की घटना की भी पूरी तरह से जांच नहीं की गई. पुलिस पर कहीं न कहीं अदृश्य दबाव था. राजस्थान में जांच में भी तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. उन्होंने कहा, अशोक गहलोत को पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था. जब उनकी सरकार बनने के चार महीने बाद लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस 25 की 25 लोकसभा सीटें हार गई थीं.
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, भाजपा की भय, नफरत और घृणा की राजनीति ने देश को लगातार पीछे धकेलने का काम किया है. अलका लांबा ने कहा, आज देश में सांप्रदायिकता बढ़ रही हैं. 2020 में सांप्रदायिक हिंसा की कुल 857 घटनाएं हुईं, जो 2019 की तुलना में 96% ज़्यादा थीं. साल 2020 में ही दिल्ली में सांप्रदायिक दंगों की 520 घटनाएं हुईं, इसी तरह देश भर के आंकड़ों में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा, पीएम मोदी चुप हैं. 13 मुख्य राजनीतिक दलों ने उन्हें शांति की अपील करने को कहा. पर वे मौन हैं. ऐसा लगता है कि वे आँखें बंद कर देश को बांटने वाली शक्तियों को मज़बूत कर रहे हैं. यह चुप्पी स्वीकार्य है, राष्ट्र विरोधी है.
उन्होंने कहा, जानकार मानते हैं कि भाजपा चुनावी जीत के लिए सांप्रदायिकता को बढ़ावा देती है. यह कोई संयोग नहीं बल्कि एक सोचा समझा प्रयोग है कि जहां चुनाव आने होते हैं तो वहां किसी न किसी कारण से सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ जाता है, माहौल विषैला हो जाता है.
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत उदयपुर में कन्हैयालाल के परिवार से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कन्हैया लाल के परिजनों को 51 लाख रुपए का चेक सौंपा.
उदयपुर की घटना को लेकर राजस्थान से लेकर यूपी-एमपी तक प्रदर्शन हो रहे हैं. मध्य-प्रदेश के खरगोन में उदयपुर में हुई नृशंस हत्या को सड़क पर उतरे हिन्दू संगठन. यहां प्रदर्शनकारियों ने इस्लामिक कट्टरपंथियों और आतंकवाद का फूंका पुतला. साथ ही कन्हैयालाल के हत्यारों को फांसी देने की मांग की.
यूपी के अलीगढ़ में उदयपुर में हुई हत्या के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुतला भी फूंका. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई. पुलिस ने दर्जनभर कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. इसके अलावा राजस्थान के उदयपुर, झुंझुनूं, हरियाणा के झज्जर, यूपी के आगरा, फतेहपुर, मेरठ इटावा में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया. एमपी के राजगढ़, इंदौर में भी उदयपुर में हुई हत्या के विरोध में लोगों का गुस्सा फूटा.
उदयपुर: कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में प्रदर्शन।
— AajTak (@aajtak) June 30, 2022
ज्यादा जानकारी दे रहे हैं आजतक संवाददाता @arvindojha #ATVideo #UdaipurHorror| @anjanaomkashyap pic.twitter.com/0VKOzlP6yU
पूरी खबर यहां पढ़ें; Udaipur Killing: कन्हैयालाल पर हमले का हथियार रियाज-गौस ने खुद बनाया था, उसी फैक्ट्री में वीडियो भी शूट किया था
NIA सूत्रों के मुताबिक, कन्हैयालाल की हत्या में शामिल दोनों आरोपियों को जल्द ही दिल्ली लाया जाएगा. NIA आरोपियों के पास से मिले मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को फोरेंसिक जांच के लिए भेजेगी. जांच एजेंसियों को शक है कि आरोपियों ने हत्या को अंजाम देने के लिए ISIS के वीडियोज देखे थे. इतना ही नहीं आरोपी पाकिस्तान में बैठे कुछ लोगों से संपर्क में थे. NIA की टीम दोनों आरोपियों के सोशल मीडिया पोस्ट और चैटिंग के डिटेल हासिल करने के लिए साइबर और फोरेंसिक टीम से मदद ले रही है. (इनपुट- जितेंद्र बहादुर)
वारदात के बाद यह रियाज के साथ मोटर साइकिल से भाग रहा था. बाइक का नंबर इसने मुंबई हमले की तारीख 2611 रख रखी थी पर किसी सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान नहीं गया. हमला करने के दौरान बाईक 70 मीटर दूर स्टार्ट रखी थी. वहां से ये भागकर देवगढ़ मोटर गैराज पर पहुंचे, जहां 6 महीने पहले रियाज काम करता था. मगर उसने पनाह नहीं दी और किसी ने देवगढ़ पुलिस को इनकी सूचना दे दी. इसके बाद दोनों गांवों के रास्ते भीम पहुंचे. जहां का गौस रहने वाला है. यहां भी किसी ने पनाह नहीं दी. बल्कि पुलिस को सूचना दे दी. इसके बाद उदयपुर से 170 किमी दूर भीम से 10 किमी दूर हाईवे पर शाम 5 बजे नाकाबंदी कर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
कन्हैयालाल की हत्या का वीडियो बनाने के बाद मुहम्मद गौस ने इसे शेयर किया था. हत्या के बाद उदयपुर से अजमेर भाग रहे दोनों आतंकी अजमेर में एक और वीडियो बनाकर डालना चाह रहे थे. यह वीडियो बनाने का आइडिया उन्हें पाकिस्तानी हैंडलर ने दिया था ताकि ज्यादा दहशत फैले. गौस दावते इस्लामी से जुड़ा है. वह अल्लाह के बंदे, लब्बो या रसूलुल्लाह जैसे कई व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाकर हजारों लोगों को जोड़े हुए थे. उसने अपने वीडियो इन्हीं ग्रुप पर डाले.
सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान की जनता से कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंमने कहा, 28 जून को उदयपुर में एक युवक की जघन्य हत्या की गई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. राज्य सरकार मुस्तैदी के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रही है. स्थानीय पुलिस ने यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया हा. इस घटना की जांच के लिए एसआईटी भी बनाई गई है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. आरोपियों के विदेशी संबंध की आशंका को देखते हुए एनआईए भी जांच कर रही है.
गहलोत ने कहा, मैं जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपराधी चाहें कितना भी बड़ा हो और किसी भी धर्म का हो, उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. हम प्रदेश में शांति और सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध हैं.
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार शाम को सर्वदलीय बैठक बुलाई. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. गहलोत ने मृतक कन्हैया लाल के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया. वारदात को आतंकी हमला करार देते हुए कहा, आरोपियों के संबंध अवैध गतिविधियों में शामिल अंतरराष्ट्रीय संगठनों से मिले हैं. उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों को बिना देरी के सख्त सजा दी जाएगी. बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि सभी पार्टियों ने सर्वसम्मति से कहा है कि ऐसी घटनाओं का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है. इस हत्याकांड में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जाए.
सीएम अशोक गहलोत आज उदयपुर दौरे पर जाएंगे. वे यहां कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा वे यहां अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और कानून व्यवस्था का जायजा लेंगे. इतना ही नहीं अशोक गहलोत विरोध प्रदर्शन के दौरान बुधवार को राजसमंद के भीम में घायल पुलिस कांस्टेबल सुधीर चौधरी से भी मुलाकात करेंगे.
उदयपुर के धानमंडी थाना इलाके में मंगलवार दोपहर दो युवकों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैयालाल की धारदार हथियार से हमला कर हत्या का दी थी. आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान पर आए थे. इसके बाद दोनों आरोपियों ने वीडियो शेयर कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैयालाल की हत्या की है.