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हवन का घी मंगाने के चक्कर में पकड़ा गया पेपर लीक का मास्टरमाइंड, पढ़ें सारण की गिरफ्तारी से जुड़ी Inside Story

Rajasthan Paper Leak Case: राजस्थान पुलिस ने गुरुवार को ग्रेड-2 शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपियों में से एक भूपेंद्र सारण को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. सारण के बारे में जानकारी जुटाने के लिए ATS, SOG और जोधपुर ग्रामीण पुलिस की टीम पिछले छह दिनों से बेंगलुरु में डेरा डाले हुए थी.

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उदयपुर शिक्षक भर्ती पेपर लीक का मुख्य आरोपी बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार.
उदयपुर शिक्षक भर्ती पेपर लीक का मुख्य आरोपी बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार.

राजस्थान में सेकंड ग्रेड पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. राजस्थान एटीएस टीम ने कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु एयरपोर्ट से आरोपी को धर-दबोचा. जिसके बाद अब पेपर लीक के मामले में उदयपुर पुलिस पूछताछ करेगी. संभावना है कि सारण की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान के कई और पेपर लीक में भी बड़े खुलासे हो सकते हैं. घी और हवन सामग्री के चक्कर में पकड़ा गया सारण...

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दरअसल, भूपेंद्र सेकेंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा पेपरलीक के बाद से फरारी काट रहा था. इस दौरान वह अहमदाबाद चला गया.  25 दिन बाद जयपुर, फागी, जालौर, बाड़मेर, अजमेर, जोधपुर और उदयपुर रहा. फिलहाल वह पंडित के कहने पर बेंगलुरु में अपने रिश्तेदार के घर हवन कराने जा रहा था. खास बात यह है कि पूजा के घी और हवन सामग्री राजस्थान से मंगाई गई थी. इसी चक्कर में पेपरलीक का मास्टर माइंड भूपेंद्र सारण पकड़ा गया. 

जोधपुर पुलिस को मिली थी टिप

जोधपुर पुलिस को पता चला कि ट्रेन नंबर 16507 के कोच बी3 में 19 फरवरी को 11 बजे सामान बेंगलुरु पहुंचेगा. जब तक टीम स्टेशन पहुंच पाती, तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी. तो जोधपुर ग्रामीण की टीम एसओजी के साथ फ्लाइट बेंगलुरु पहुंची. वहां पर ट्रेन में सामान लेने कोई और ही आया था. राजस्थान पुलिस की टीमों ने उस शख्स का पीछा किया. आखिर में बुधवार को पुलिस ने उसी शख्स को पकड़ा और सख्ती दिखाई तो पता चला कि भूपेंद्र सारण अहमदाबाद की फ्लाइट से आ रहा है, इसी इनपुट पर पुलिस ने आरोपी को रनवे पर जाकर पकड़ लिया. 

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24 दिसंबर को लीक हुआ था पेपर 

आपको बता दें कि आरपीएससी की सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा का 24 दिसंबर को पेपर लीक हो गया था. इस मामले में भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका मुख्य मास्टरमाइंड हैं. पेपर लीक के बाद से ही दोनों आरोपी फरार चल रहे थे और पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे. लेकिन अब भूपेंद्र सारण पुलिस की गिरफ्त में है. 

कोचिंग पर भी चल चुका बुलडोजर 

साल 2011 के जीएनएम और 2022 के कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में भी एसओजी भूपेंद्र सारण को तलाश रही थी. इन परीक्षाओं के पेपरलीक में भी इसका नाम आया था. इस पूरे मामले में जेडीए ने उनके अधिगम कोचिंग संस्थान पर बुलडोजर भी चलाया था. लेकिन इस कार्रवाई का भी विरोध हुआ था. बताया जा रहा था कि कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग किसी और की थी. पुलिस पेपर लीक मामले में अब तक करीब 50 आरोपियों कोगिरफ्तार कर चुकी है. 

SOG की मिलीभगत: सांसद किरोड़ी लाल  

इस पूरे मामले में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले भूपेंद्र सारण को SOG ने प्लानिंग के तहत पकड़ा है. SOG अधिकारी मोहन पोसवाल के नेतृत्व में भूपेंद्र को पकड़ा गया, जिसके तार पेपर लीक माफयाओं से जुड़े हुए हैं, जिसके प्रमाण में पहले मैं दे चुका हूं कि किस प्रकार कांस्टेबल भर्ती लीक परीक्षा में ऊदा राम को मुजरिम बनाकर मामले को रफा-दफा करने का काम किया. भूपेंद्र सारण, सुरेश ढ़ाका और SOG अधिकारी मोहन पोसवाल के दोस्ती के प्रमाण भी दे चुका हूं. मोहन पोसवाल के भूपेंद्र सारण की महिला मित्र के साथ संबंध थे. जब पेपर लीक में भूपेंद्र सारण फ़रारी काट रहा था, तब मोहन पोसवाल का इनके निवास पर आना जाना था.

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'सुरेश ढाका को नहीं करेगे अरेस्ट'

बीजेपी सांसद ने कहा, इन दोनों को फरार करवाने में अधिकारी मोहन पोसवाल का बड़ा हाथ है. मेरा मानना है कि ये सुरेश ढाका को गिरफ्तार नहीं करेंगे, जिसका दावा मैं प्रेस वार्ता में कर चुका हूं. यदि सुरेश ढाका पकड़ा गया तो कांग्रेस के विधायक, मंत्री और अधिकारियों के बड़े नाम इस पाप में सामने आएंगे. 


 

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