
राजस्थान पुलिस का राजकॉप सिटीजन ऐप महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है. जयपुर में एक बार फिर इस ऐप ने अपनी उपयोगिता दिखाई, जब एक युवती ने मनचले से परेशान होकर इसके जरिए मदद मांगी और महज 15 मिनट में पुलिस ने उसे बचा लिया. सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद युवक ने उसे होटल में ले जाकर अभद्रता की, लेकिन ऐप के 'नीड हेल्प' फीचर ने त्वरित सहायता पहुंचाई.
घटना जयपुर के सदर थाना इलाके की है. इंस्टाग्राम पर धीरज नामक युवक ने युवती से दोस्ती की और उसे मिलने के बहाने रेलवे स्टेशन के पास टाउन हाउस होटल में ले गया. वहां उसने युवती के साथ अश्लील हरकतें शुरू कीं. डरकर युवती ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया और अपने मोबाइल में डाउनलोड राजकॉप सिटीजन ऐप पर पैनिक बटन दबाया. सूचना मिलते ही पुलिस 15 मिनट में होटल पहुंच गई और युवती को सकुशल बाहर निकाला. पुलिस को देखकर धीरज फरार हो गया, लेकिन होटल संचालक को गिरफ्तार कर लिया गया.
ऐप की ताकत
SCRB के आईजी शरत कविराज ने बताया, "आपातकालीन सेवा 112 पर अक्सर फोन नहीं लगता या व्यस्त रहता है, जिससे पीड़िता को पूरी बात बताने में देरी होती है. लेकिन राजकॉप सिटीजन ऐप में एक बटन दबाने से पुलिस तक सूचना पहुंच जाती है. इसके बाद पुलिस खुद पीड़िता को कॉल करती है और जोमैटो-स्विग्गी की तर्ज पर तुरंत मदद पहुंचाती है."
उन्होंने कहा कि अब तक 10,000 से ज्यादा मामले ऐप पर दर्ज हुए हैं. हालांकि, ज्यादातर ट्रायल के हैं. यह ऐप महिलाओं को मुसीबत में त्वरित सहायता के साथ ऑनलाइन शिकायत और आपात सेवाएं भी मुहैया कराता है.
एक क्लिक की सुरक्षा
कविराज ने बताया कि ऐप का 'NEED HELP' फीचर महिलाओं और युवतियों के लिए सुरक्षा कवच बन रहा है. यह एक क्लिक पर कंट्रोल रूम तक सूचना पहुंचाता है, जिसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आती है. इस घटना में युवती ने बाथरूम से मदद मांगी और पुलिस ने उसे समय रहते बचा लिया. यह ऐप न सिर्फ महिला सुरक्षा, बल्कि अपराध रिपोर्टिंग और आपात स्थिति में भी कारगर है.
सियासी और सामाजिक चर्चा
यह घटना राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा पर बहस को फिर से गरमा सकती है. राजकॉप सिटीजन ऐप की त्वरित प्रतिक्रिया ने जहां पुलिस की सजगता को रेखांकित किया, वहीं यह भी सवाल उठता है कि सोशल मीडिया पर दोस्ती के नाम पर ऐसी घटनाएँ क्यों बढ़ रही हैं. पुलिस अब फरार आरोपी धीरज की तलाश में जुटी है.