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जब राजस्थान के थाने में अतीक से यूपी पुलिस बोली- अंदर से कुंडी मत लगाना

अतीक अहमद को प्रयागराज से साबरमती जेल में ले जाते वक्त पुलिस वैन का ब्रेक अचानक कोटा के अनंतपुरा थाने में लगा. अतीक वहां पर टॉयलेट जाने की बात करने लगा. टॉयलेट के अंदर जाते वक्त पुलिस वाले अतीक से बोलते हैं कि अंदर से कुंडी मत लगाना. इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.

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कोटा के थाने में अतीक अहमद
कोटा के थाने में अतीक अहमद

उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा पाने के बाद भले ही माफिया अतीक अहमद साबरमती जेल पहुंच गया है, लेकिन उसके साबरमती टू प्रयागराज टू साबरमती तक के सफर का वीडियो अब वायरल हो रहा है. एक वीडियो सामने आया है, जिसमें अतीक अहमद को राजस्थान के थाने में ले जाया जा रहा है और टॉयलेट का रास्ता दिखाकर यूपी पुलिस बोलती है- कुंडा मत लगाना.

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दरअसल, अतीक अहमद को प्रयागराज से साबरमती जेल में ले जाते वक्त पुलिस वैन का ब्रेक अचानक कोटा के अनंतपुरा थाने में लगा. अतीक वहां पर टॉयलेट जाने की बात करने लगा. टॉयलेट के अंदर जाते वक्त पुलिस वाले अतीक से बोलते हैं कि अंदर से कुंडी मत लगाना. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में अतीक अहमद के चेहरे पर एक अलग ही तरीके का डर दिख रहा है.

अतीक ने थाने के अंदर घुसते वक्त कैमरामैन को इशारा किया कि मुझे अंदर की तरफ जाना है, इधर का वीडियो बनाओ. जाहिर है कि अतीक को सुरक्षित साबरमती पहुंचना चाहता था. अतीक के अंदर जाने के बाद यूपी पुलिस उससे पूछती है कि किस टॉयलेट में जाना है... फिर अतीक इशारा करता है.. फिर यूपी पुलिस कहती है कि अंदर से कुंडी मत लगाना. इसके बाद यूपी पुलिस का सीनियर अधिकारी अपने मातहतों से कहता है कि दो-दो मिनट आवाज लगाते रहना.

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साबरमती जेल पहुंचते ही अतीक का डर हुआ दूर

वापसी के वक्त भी पूरे रास्ते अतीक अहमद के चेहरे पर डर था, लेकिन साबरमती जेल पहुंचते ही डर गायब हो गया और वह कहने लगा कि मैं बेगुनाह हूं और सजा को हाई कोर्ट में चुनौती दूंगा. अतीक अहमद ने सबसे पहले मीडिया का धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं उच्च न्यायालय जाऊंगा. 

साबरमती जेल पहुंचने पर अतीक ने कहा कि आपको लोगों (मीडिया) का बहुत-बहुत धन्यवाद, आप लोगों ने मेरी बहुत मदद की, उमेश पाल के मर्डर के वक्त मैं जेल में था, आरोप एक अलग चीज है...'

आजतक से बातचीत में माफिया अतीक अहमद ने कहा कि मेरी पत्नी शाइस्ता की कल जमानत पर सुनवाई होनी और मुझे असद के बारे में कुछ पता नहीं है... मेरी कोई बातचीत नहीं हुई है क्योंकि जेल में फोन नहीं चलता है... यहां जैमर लगा हुआ है... उनको कहने दो जो कह रहे हैं... जेल में हमको कोई सुविधा नहीं मिल रही है, आम कैदी की तरह रहता हूं.'

साबरमती जेल भेजने की कर रहा था गुजारिश

गौरतलब है कि जरायम की दुनिया में जिस अतीक अहमद तूती बोलती थी, वह कल यानी 28 मार्च को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट में बेबस नजर आया था. 17 साल पुराने केस में अतीक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक अहमद, हनीफ और दिनेश पासी को प्रयागराज की एमपी-एमएलए अदालत ने दोषी करार दिया.

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फिर इन तीनों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके साथ ही एक-एक लाख रुपये की क्षतिपूर्ति लगाई गई. सजा सुनने के बाद अतीक अहमद ने प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट से गुजारिश करते हुए कहा था, 'मुझे साबरमती जेल में ही भेज दो, मुझे यहां नहीं रहना, पुलिस मुझपर केस लाद देगी.' इसके बाद अतीक अहमद को प्रयागराज कोर्ट से वापस नैनी सेंट्रल जेल पहुंचाया गया.

लेकिन उसे नैनी जेल में रखने का ऑर्डर पुलिस के पास नहीं थी. इसी वजह से करीब चार घंटे बाद उसे साबरमती जेल रवाना किया गया. आज देर शाम अतीक अहमद साबरमती जेल पहुंच गया है. 

 

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