राजस्थान के दौसा में एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति का कत्ल कर दिया. इतनी ही नहीं दोनों ने मिलकर हत्या को हादसा दिखाने के लिए एक बड़ी साजिश भी रच दी. हत्या की योजना ऐसे तैयार की गई जिससे पुलिस को ये सड़क हादसा लगे.
हालांकि महिला और उसके प्रेमी की चालाकी काम नहीं आई और हत्या के आरोप में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल दौसा जिले के जेलमपुरा गांव में मुरारी लाल और केसंता पति-पत्नी के रूप में रहते थे. इसी बीच केसंता की मुलाकात बाबूलाल मीणा से हुई और दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया.
पत्नी और प्रेमी की चालाकी नहीं आई काम
पत्नी केसंता इसके बाद अपने पति को धोखा देने लगी और प्रेमी के साथ उसके अवैध संबंध हो गए. इसके बाद केसंता और प्रेमी बाबूलाल साथ रहना चाहते थे लेकिन उसका पति मुरारी लाल बेरवा इसमें बाधक बन रहा था.
प्यार में बाधा बन रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने हत्या की योजना बनाई और अपने पति को काम धंधे के लिए खलासी की नौकरी दिलवाई. महिला ने अपने पति को प्रेमी और ट्रक चालक बाबूलाल के ट्रक पर ही खलासी का काम करने के लिए भेज दिया.
शराब पिलाकर कर दी हत्या
20 मई की रात को ट्रक चालक बाबूलाल मीना और खलासी मुरारी लाल बेरवा असम से दौसा आ रहे थे, इसी दौरान सिकंदरा थाना क्षेत्र के रेटा गांव के समीप नेशनल हाइवे के किनारे ट्रक को रोक दिया. इसके बाद बाबूलान ने खलासी मुरारी लाल बैरवा को पहले शराब पिलाई और फिर उस पर ट्रक चढ़ाकर हत्या कर दी.
21 मई की सुबह जब हाइवे किनारे सिर कुचली हुई लाश मिली तो हड़कंप मच गया. हाइवे के किनारे शव मिलने के कारण इसे सड़क दुर्घटना मानकर जांच की जा रही थी. हालांकि पुलिस को हत्या की भी आशंका थी जिसके बाद दौसा की एसपी रंजीता शर्मा ने पूरे मामले की जांच मानपुर के डीएसपी दीपक मीणा को सौंपी.
मोबाइल फोन से खुली पोल
पुलिस ने जब मृतक मुरारी लाल बेरवा की पत्नी से उनकी मौत को लेकर सवाल पूछे और उसका मोबाइल चेक किया तो शक बढ़ गया. आरोपी बाबू लाल ने मुरारी की मौत के बाद उसकी पत्नी को टैक्स्ट मैसेज के जरिए हत्या की जानकारी दी थी. मुरारी लाल बेरवा की हत्या के संबंध में जब पुलिस को पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ भी सबूत मिले तो पुलिस ने केसंता और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया.