अलवर में मंदिर टूटा, मूर्तियां टूटी तो आस्था के नाम पर नया मोरचा खुलते देर नहीं लगी. कीर्तन मंडली बाजे-गाजे के साथ तैनात हो गई. हारमोनियम ने संगीत छेड़ा, भक्ति के सुर निकले और देखते ही देखते विरोध का पाठ शरु हो गया. भक्त की मंडली कितनी तेजी से अपने अभियान में जुट गुई है. संघर्ष समिति के पोस्टर-बैनर भी दीवारो पर टंग गए हैं. मंदिर मसले पर बीजेपी ने अलवर में मोर्चा तो संभाल लिया है लेकिन ये सियासी जमीन उसके लिए मुश्किल साबित हो रही है. बीजेपी के तीन सांसदों का अलवर में जोरदार विरोध हुआ. मुर्दाबाद के नारे लगे और डिमोलिश प्रभावित कुछ महिलाओं ने तो बीजेपी सांसद की तरफ चूड़ियां उछाल दीं. देखें देव अंकुर की ये रिपोर्ट.