scorecardresearch
 

छठ पर्व 2017: ये हैं छठ व्रत समापन के नियम...

चार दिनों का होता है छठ पर्व और हर दिन का अपना अलग महत्व है. लेकिन सबसे ज्यादा मायने रखता है छठ व्रत का समापन. इस खास दिन क्या खास नियम और सावधानियां बरतें जिससे आपका ये व्रत और भी लाभकारी हो सके.

Advertisement
X
representational image
representational image

Advertisement

चार दिनों का होता है छठ पर्व और हर दिन का अपना अलग महत्व है. लेकिन सबसे ज्यादा मायने रखता है छठ व्रत का समापन. इस खास दिन क्या खास नियम और सावधानियां बरतें जिससे आपका ये व्रत और भी लाभकारी हो सके.

ज्योतिष के जानकारों की मानें तो अगर सही नियम और सच्ची श्रद्धा से कार्तिक की छठ का व्रत रखा जाए तो परिणाम भी चमत्कारी आते हैं. धन, ऐश्वर्य और आरोग्य बरसाने वाला है छठ का ये महाकल्याणकारी व्रत. आप भी छठ पर्व पर सूर्य देव का आशीर्वाद जरूर लें. आपकी किस्मत भी संवर जाएगी.

ये हैं छठ व्रत के समापन के नियम और सावधानियां:

- छठ व्रत का समापन नींबू पानी पीकर ही करें.

- व्रत के समापन के तुरंत बाद अनाज और भारी खाना न खाएं.

- अंतिम अर्घ्य के बाद सभी लोगों में प्रसाद जरूर बांटें.

Advertisement

- नदी के जल को गंदा न करें , साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें.

छठ का पर्व सबके लिए कल्याणकारी है लेकिन हर किसी के लिए ये व्रत रख पाना मुमकिन नहीं हो पाता लेकिन कुछ ऐसे उपाय हैं जिनके जरिए आप बिना व्रत रखे ही पा सकते हैं छठ व्रत का पूरा लाभ.

जानें बिना व्रत रखे कैसे पाएं सूर्य की विशेष कृपा:

- छठ पर्व के दौरान चारों दिन पूरी सफाई और सात्विकता बरतें.

- किसी छठ व्रतधारी की सेवा और सहायता करें .

- गुड़ और आटे की विशेष मिठाई 'ठेकुवा' जरूर बनाएं.

- फिर इसे गरीबों और बच्चों में बांटें.

- छठ के दोनों ही अर्घ्य जरूर दें और सूर्य देव से कृपा की प्रार्थना करें.

- छठ का व्रत रखने वाले लोगों के चरण छूकर आशीर्वाद जरूर लें.

Advertisement
Advertisement