Kartik Maas 2021: कार्तिक मास भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का अत्यंत प्रिय माह होता है. इस बार कार्तिक मास 21 अक्टूबर 2021 दिन गुरुवार से शुरू हो रहा है, जो 19 नवंबर तक रहेगा. मान्यता है कि इसी महीने भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि में आनंद और कृपा की वर्षा होती है. मां लक्ष्मी भी इसी माह धरती पर भ्रमण करने उतरती हैं और भक्तों को अपार धन का आशीर्वाद देती हैं. इस महीने दान, स्नान और तुलसी पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि कार्तिक के महीने में बह्म मुहूर्त में स्नान करके भगवान विष्णु और तुलसी की पूजा करनी चाहिए. वहीं इस महीने कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए:
क्या नहीं करना चाहिए? (Kartik Maas 2021 rules)
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि इस महीने आचरण को पवित्र रखना बेहद जरूरी है. शास्त्रों के मुताबिक, कार्तिक के महीने में मांस-मछली और मट्ठा नहीं खाना चाहिए. वहीं जिन लोगों को स्नान के बाद शरीर पर तेल लगाने की आदत होती है, वे लोग इस महीने शरीर पर तेल न लगाएं. केवल एक दिन यानी नरक चतुर्दशी के दिन शरीर पर तेल लगा सकते हैं. इस महीने उड़द, मूंग, मसूर, चना, मटर, राई खाने से परहेज करना चाहिए, वहीं कार्तिक मास में ब्रह्मचर्य का पालन अति आवश्यक बताया गया है. इस महीने दोपहर के समय सोने की भी मनाही है.
इन कार्यों से मिलेगा शुभ फल (Kartik Maas 2021 puja)
इस महीने से स्निग्ध चीजें और मेवे खाने की सलाह दी जाती है. जिन चीजों का स्वभाव गर्म हो और लम्बे समय तक ऊर्जा बनाए रखें, ऐसी चीजों को खाना चाहिए. सूर्य की किरणों का स्नान भी इस महीने से उत्तम माना जाता है. इस महीने भूमि पर सोना चाहिए और भगवान का जाप करते रहना चाहिए. कार्तिक मास के दौरान अगर आप जमीन में सोते हैं तो मन में पवित्र विचार आते हैं. भूमि में सोना कार्तिक मास का तीसरा प्रमुख काम माना गया है. मान्यता है कि इस महीने में मां लक्ष्मी धरती पर भ्रमण करती हैं और भक्तों को अपार धन देती हैं. मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए ही इस महीने धन त्रयोदशी, दीपावली और गोपाष्टमी मनाई जाती है. इस महीने विशेष पूजा और प्रयोग करके आप आने वाले समय के लिए अपार धन पा सकते हैं और कर्ज व घाटे से मुक्त हो सकते हैं.