नौ दिनों तक चलने वाला शक्ति की आराधना का पर्व गुरुवार से शुरू हो गया. इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाएगी. नवरात्र के पहले दिन देवी के शैली पुत्री रूप की पूजा होती है. सुबह से ही देश के प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. भक्तों के द्वार पर मां की दस्तक से खुलने वाला है खुशियों का द्वार और शक्ति की भक्ति में डूब जाएगा पूरा संसार. मां का नाम और जयकारे के जरिए भक्त मां तक अपनी मनुहार पहुंचा रहे हैं.
कहते हैं पहले दिन की पूजा से मां के नौ रूपों का आशीर्वाद मिल जाता है. देवी अपने भक्तों को हर मुश्किल से उबार लेती हैं.
नवरात्र में मां भगवती की पूजा समस्त मनोकामनाओं को पूरा करने वाली मानी जाती हैं. लेकिन अगर सही मुहूर्त में कुछ खास विधि-विधान के साथ मां के मंत्रों का जाप कर लिया जाए तो देवी नौ इच्छाओं के पूरा होने का वर दे देती हैं. लक्ष्मी स्थायी वास करने लगती हैं और बेरोजगारों को नौकरी मिल जाती है. जो लोग संतान की खुशियों से वंचित हैं. उनका घर आंगन चहक उठता है और रोगियों को मिलता है निरोगी काया का आशीर्वाद. यही नहीं व्यापार में आने वाली अड़चनें भी मां के आशीर्वाद से दूर हो जाती हैं.
पंडितों का कहना है कि अगर पहले ही दिन मां की विधि विधान से पूजा कर कुछ मंत्रों का जाप कर लिया जाए, तो घर में निश्चित रूप से समृद्धि का वास हो जाता है.