Padmini Ekadashi 2020: हिंदू पंचांग के अनुसार, अधिक मास की शुक्ल पक्ष तिथि को यानी रविवार, 27 सितंबर को पद्मिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा. एकादशी का व्रत सभी व्रतों में श्रेष्ठ है. भगवान विष्णु (Lord vishnu puja) को समर्पित अधिक मामस में तो इस व्रत का महत्व और भी ज्यादा होता है. इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु आपकी हर मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.
कब है पद्मिनी एकादशी?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 26 सितंबर 2020 को शाम 6 बजकर 59 मिनट पर दशमी तिथि का समापन हो जाएगा और इसके ठीक बाद एकदाशी का शुभारंभ हो जाएगा. मान्यता कि जिस दिन से एकादशी तिथि का आरंभ होता है उसी दिन से इस व्रत की पूजा आरंभ हो जाती है. पद्मिनी एकादशी का व्रत रविवार, 27 सितंबर को ही रखा जाएगा.
व्रत की पूजा विधि
पद्मिनी एकादशी व्रत के दिन सुबह जल्दी स्नान करें और पूजा स्थल पर बैठकर व्रत का संकल्प लें. इसके बाद पूजन कार्य आरंभ करें. इस दिन विष्णु पुराण पढ़ें या सुनें. इस व्रत में रात के वक्त भी भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इसलिए रात्रि में भजन और कीर्तन करना चाहिए. व्रत की हर पहर में पूजा का विधान है. एकादशी व्रत में पारण भी पूरे विधि-विधान के साथ करना जरूरी, तभी इसका फल प्राप्त होता है.
पद्मिनी एकादशी शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारम्भ: रविवार, 26 सितंबर शाम 07.00 बजे
एकादशी तिथि पारण: सोमवार, 27 सितंबर शाम 07 बजकर 46 मिनट.