Mangla Gauri Vrat 2024: आज सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, हर साल सावन मास में पड़ने वाले सभी मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. श्रावण मास की तरह ही इस मंगला गौरी व्रत का महत्व माना गया है. यह व्रत माता पार्वती यानी गौरी को प्रसन्न करने लिए किया जाता है. यह सुख-सौभाग्य से जुड़ा होने के कारण इसे विवाहित महिलाएं करती हैं. अगर मंगल दोष समस्या दे रहा हो तो इस दिन की पूजा लाभदायी होती है.
मां मंगला गौरी की पूजा
सावन के तीसरे मंगलवार को माता मंगला गौरी की विधिवत पूजा से उनका आशीर्वाद प्राप्ता होता है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें. फिर मंदिर की साफ-सफाई करें और एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर देवी पार्वती, भोले शंकर और गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें.
इसके बाद देवी को फल, फूल, मिठाई आदि अर्पित करें. मां पार्वती को सिंदूर का तिलक लगाएं और उनके सामने घी का दीपक प्रज्वलित करें. अब लाल चूड़ियां, लाल बिंदी, लाल चुनरी, मेहंदी आदि सुहाग का सामान अर्पित करें और फिर व्रत की कथा सुनें. पूजा के दौरान मां मंगला गौरी से सौभाग्य की प्रार्थना करें.
उपाय
यदि आपका विवाह मंगल दोष या अन्य कारणों से नहीं हो रहा है, वो मां पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें. पूजा में मंगला गौरी के चमत्कारी मंत्र ‘ॐ गौरीशंकराय नमः’ का 108 बार जाप करें. पूजा के बाद मां गौरी के चरणों में सिंदूर चढ़ाएं और उसका तिलक अपने माथे पर लगा लें. इस उपाय को करने से शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं.
मंगला गौरी व्रत के चमत्कारी मंत्र
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।। ॐ उमामहेश्वराय नम:
ह्रीं मंगले गौरि विवाहबाधां नाशय स्वाहा ।।