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Shardiya Navratri 2021: सुबह का शुभ मुहूर्त निकल गया है तो ना हों परेशान, जानें कलश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त

shardiya navratri 2021 kalash sthapana timing: नवरात्रि के पहले दिन सुबह-सुबह शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करनी थी लेकिन अगर आपसे ये मुहूर्त छूट गया है तो परेशान होने की कोई बात नहीं. आप अभिजीत मुहूर्त (Abhijit muhurat) में भी कलश स्थापना कर सकते हैं. आज अभिजीत मुहूर्त का समय 11:44 से 12:31 तक रहेगा. इस मुहूर्त में की गई घट स्थापना भी शुभकारी और मंगलकारी रहेगी. 

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जानें कलश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त
जानें कलश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कलश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त
  • शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना होती है फलदायी
  • मिलता है दुर्गा मां का आशीर्वाद

(Navratri Ghat Sthapana Shubh Muhurat 2021) आज नवरात्रि का पहला दिन है. इस नवरात्रि मां पालकी पर सवार होकर आ रही हैं. अगले नौ दिनों तक माता रानी की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी. हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप का पूजा करने से भक्तों को माता रानी का आशीर्वाद और व्रत का फल मिलता है. मां दुर्गा की कृपा से घर में सुख- समृद्धि आती है. नवरात्रि के पहले दिन यानी आज कलश स्थापना के लिए सुबह 6 बजकर 16 मिनट से 7 बजकर 7 मिनट तक सबसे शुभ मुहूर्त था लेकिन अगर आपसे ये मुहूर्त छूट गया है तो परेशान होने की कोई बात नहीं. आप अभिजीत मुहूर्त (Abhijit muhurat) में भी कलश स्थापना कर सकते हैं.

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कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त (Navratri Kalash Sthapana shubh muhurat)- कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 7 मिनट तक था. शुभ मुहूर्त में कलश स्थापित करना बहुत फलदायी होता है. अगर आप इस उत्तम मुहूर्त में कलश स्थापना करने से चूक गए हैं तो चिंता की बात नहीं है. इसके बाद एक और शुभ मुहूर्त है. आप दोपहर के समय अभिजीत मुहूर्त में भी कलश स्थापना कर सकते हैं. आज अभिजीत मुहूर्त का समय 11:44 से 12:31 तक रहेगा. इस मुहूर्त में की गई घट स्थापना भी शुभकारी और मंगलकारी रहेगी. 

कलश स्थापना की विधि  (Navratri 2021 Kalash Sthapana Vidhi)- घटस्थापना या कलश स्थापना के दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन जरूर करना चाहिए. उत्तर-पूर्व दिशा को साफ कर मां की चौकी लगाएं. इस पर लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाकर देवी मां की मूर्ति की स्थापना करें. इसके बाद प्रथम पूज्य गणेश जी का ध्यान करें और कलश स्थापना करें. एक नारियल में चुनरी लपेट दें और कलश के मुख पर मौली बांधे. कलश में जल भरकर उसमें एक लौंग का जोड़ा, सुपारी हल्दी की गांठ, दूर्वा और रुपए का सिक्का डालें. अब कलश में आम के पत्ते लगाकर उस पर नारियल रखें और फिर इस कलश को दुर्गा की प्रतिमा की दायीं ओर स्थापित करें. कलश स्थापना पूर्ण होने के बाद देवी का आह्वान करें.

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