Shardiya Navratri 2021 5th day puja: शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन आज षष्ठी तिथि के अवसर पर मां दुर्गा के छठवें स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा होगी. मां कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर हुआ था. इसलिए इन्हें कात्यायनी कहा जाता है. इनकी चार भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र और कमल का पुष्प है. इनका वाहन शेर है और ये ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी हैं. मां कात्यायनी की जो भी भक्त सच्चे मन से पूजा आराधना करते हैं, उनकी हर मनोकामना पूरी होती हैं. वहीं जिन नव युवक और युवतियों के विवाह में समस्याएं आ रही हैं, वे मां कात्यायनी की पूजा करें, तो उन्हें मनचाहा पति और पत्नी मिलती है.
विवाह का क्षीण योग भी होता है दूर
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि मां कात्यायनी का संबंध बृहस्पति से है और तंत्र साधना में देवी का सम्बन्ध आज्ञा चक्र से होता है. कन्याओं के शीघ्र विवाह के लिए इनकी पूजा अद्भुत मानी जाती है. मनचाहे विवाह और प्रेम विवाह के लिए भी इनकी उपासना की जाती है. वैवाहिक जीवन के लिए भी इनकी पूजा फलदायी होती है. अगर कुंडली में विवाह के योग क्षीण हों तो भी विवाह हो जाता है.
इस तरह करें पूजा
मां कात्यायनी की पूजा गोधूली वेला के समय पीले अथवा लाल वस्त्र धारण करके करनी चाहिए. इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें. माता कात्यायनी को शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है.मां को सुगंधित पुष्प अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं. साथ ही प्रेम संबंधी बाधाएं भी दूर होती हैं. इसके बाद मां के समक्ष उनके मन्त्रों का जाप करें.
शीघ्र विवाह के लिए करें ऐसे पूजा
जिनका विवाह नहीं हो पा रहा है या फिर विवाह में तमाम प्रकार की रुकावटें आ रही हैं, तो आज के दिन गोधूलि वेला में पीले वस्त्र धारण करने के बाद मां के समक्ष दीपक जलायें और उन्हें पीले फूल अर्पित करें. इसके बाद माता को हल्दी की तीन गाठें अर्पित करें. मां के मंत्र का जाप करने के बाद हल्दी की गाठों को अपने पास सुरक्षित रख लें.
इस मंत्र का करें जाप:
कात्यायनी महामाये , महायोगिन्यधीश्वरी।
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।