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Shardiya Navratri 2021: कलश स्थापना के लिए जानें सही दिशा व विधि, मनोकामना पूर्ति के लिए इस मंत्र का करें 21 माला जाप

Shardiya Navratri Kalash Sthapana: नवरात्रि में घटस्थापना अथवा कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है. ये नवरात्रि का पहला दिन होता है. प्रतिपदा तिथि को शुभ मुहुर्त में पूरे विधि-विधान के साथ घट स्थापना की जाती है. कलश स्थापना में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. अपने घर के सबसे पवित्र स्थान पर कलश स्थापना करनी चाहिए.

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कलश स्थापना के लिए जानें सही दिशा व विधि
कलश स्थापना के लिए जानें सही दिशा व विधि
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कलश स्थापना के लिए सही दिशा व विधि
  • इस बार 8 दिन के हैं शारदीय नवरात्रि

Shardiya Navratri Kalash Sthapana: शारदीय नवरात्रि यानि दुर्गा मां का पवित्र पर्व गुरुवार को प्रारंभ हो रहा है. घर-घर कलश स्थापना के साथ देवी मां की आराधना की जाएगी. नवरात्रि में घटस्थापना अथवा कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है. ये नवरात्रि का पहला दिन होता है. प्रतिपदा तिथि को शुभ मुहुर्त में पूरे विधि-विधान के साथ घट स्थापना की जाती है. आइए जानते हैं कि कलश स्थापना के लिए सही दिशा, विधि व शुभ मुहूर्त क्या है. 

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इस दिशा में करें कलश स्थापना 

ज्योतिषाचार्य प्रवीण मिश्रा ने बताया कि कलश स्थापना में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. अपने घर के सबसे पवित्र स्थान पर कलश स्थापना करनी चाहिए. पवित्र स्थान जैसे पूजा घर या फिर ईशान कोण माना जाता है. ईशान कोण यानि नॉर्थ ईस्ट वाला स्थान. घर के इस स्थान को साफ कर लें और वहां मां दुर्गा का चित्र लगाएं और फिर वहां कलश स्थापना करें. सबसे अच्छी दिशा होती है उत्तर-पूर्व की दिशा. कलश ऐसा रखें कि उसका मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रहे. यदि उत्तर-पूर्व की दिशा नहीं मिल पाती है, तो आप उत्तर दिशा या पूर्व दिशा की ओर कलश की स्थापना कर सकते हैं. ये दिशा सबसे पवित्र और प्रभावशाली मानी जाती है. 

शुभ मुहूर्त व कलश स्थापना की विधि

7 अक्टूबर को घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 17 मिनट से सुबह 7 बजकर 7 मिनट तक का है.  उत्तर-पूर्व दिशा को साफ कर मां की चौकी लगाएं. इस पर लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाकर देवी मां की मूर्ति की स्थापना करें. इसके बाद प्रथम पूज्य गणेश जी का ध्यान करें और कलश स्थापना करें. एक नारियल में चुनरी लपेट दें और कलश के मुख पर मौली बांधे. कलश में जल भरकर उसमें एक लौंग का जोड़ा, सुपारी हल्दी की गांठ, दूर्वा और रुपए का सिक्का डालें. अब कलश में आम के पत्ते लगाकर उस पर नारियल रखें और फिर इस कलश को दुर्गा की प्रतिमा की दायीं ओर स्थापित करें. कलश स्थापना पूर्ण होने के बाद देवी का आह्वान करें. 

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कौन से मंत्र का करें जाप

बहुत सारे मंत्र हैं, जिनका आप जाप कर सकते हैं. जो मंत्र आपको याद हैं, उनका जाप करें. या फिर एक सरल मंत्र ऐसा भी है, जिसका जाप करने से मां दुर्गा आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगी. 'ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम:' इस मंत्र का प्रतिदिन 21 माला जाप करना चाहिए. इस मंत्र का आपको बेहद लाभ मिलेगा. मां दुर्गा प्रसन्न होंगी और आपके हर कष्ट को दूर करेंगी. 

 

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