ज्यादातर लोग शुभ मुहूर्त में किसी नए काम की शुरूआत करते हैं. लेकिन अगर आप किसी पंडित से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, आपको राशि या नक्षत्र दिखवाने का मौका नहीं मिल पा रहा है या फिर आपके पास पंचांग नहीं है तो भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. ज्योतिर्विद शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि किस दिन कौन-सा नया काम शुरू करना चाहिए.
अगर आप खाने-पीने से संबंधित काम शुरू करना चाहते हैं, जैसे कि अगर आप रेस्टोरेंट या मिठाई की दुकान खोलने की योजना बना रहे हैं, पानी से संबंधित काम जैसे कि मिनरल वॉटर का काम करना चाहते हैं तो ये सोमवार के दिन शुरू करना आपके लिए बहुत अच्छा होगा. सोमवार के दिन शुरूआत करने से आपको इसके बेहतर परिणाम मिलेंगे.
अगर आप जमीन, मकान या फिर निर्माण संबंधी कोई काम करना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन इसकी शुरूआत करना आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा.
धन के लेन-देन, शेयर बाजार या फिर कंसल्टेंसी यानी सलाह देने का कोई काम शुरू करना है तो इसके लिए बुधवार का दिन अच्छा होगा. बुध का संबंध धन से होता है इसलिए इस दिन धन से जुड़े काम करने के बेहतर परिणाम मिलते हैं.
शिक्षा, धार्मिक कार्य और अनाज से जुड़ा कोई काम शुरू करना है तो गुरूवार का दिन आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा. गुरूवार के दिन ये काम शुरू करने से ये काम काफी लंबे समय तक चलता है और इसके परिणाम भी अच्छे मिलते हैं.
शुक्र को कला, प्रतिभा और सौन्दर्य का कारक माना जाता है. अगर आप सौंदर्य प्रसाधन, कपड़ा, रसायन, दवा या फिर पार्लर शुरू करना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन इस काम की शुरूआत करें.
जो भी काम आप लंबे समय तक चलाना चाहते हैं जैसे कि अगर आप कोई नौकरी लंबे समय तक करना चाहते हैं या फिर लंबे समय तक कोई बिजनेस चलाना चाहते हैं तो इसकी शुरूआत शनिवार के दिन करना आपके लिए शुभ रहेगा.
लकड़ी का काम, अस्पताल, पद ग्रहण या फिर कोई भी राजकीय काम रविवार के दिन करना चाहिए. सूर्य का संबंध शासन, सत्ता, लकड़ी और सरकारी चीजों से होता है. इसलिए ये सारे काम रविवार को शुरू करें.
वैसे तो हर काम शुरू करने का अलग-अलग मुहूर्त और लग्न होता है लेकिन अगर आपको इसकी जानकारी नहीं है तो सुबह 11.30 से दोपहर 12.30 तक का समय अभिजीत मुहूर्त होता है. इस समय भी आप नए काम की शुरुआत कर सकते हैं. अभिजीत मुहूर्त में शुरू किए गए काम शुभ होते हैं. हालांकि ये बात याद रखें कि बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं होता है.