सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मकर संक्रांति कहा जाता है. यह साल की सबसे बड़ी संक्रांति होती है. इस बार सूर्य 14 जनवरी से लेकर 12 फरवरी तक मकर राशि में रहने वाला हैं.
ज्योतिषविदों का कहना है कि सूर्य के मकर राशि में रहने तक उनकी किरणों से सुख-समृद्धि का वरदान बरसता है. इसलिए इस दौरान कुछ विशेष उपाय बहुत ही लाभकारी और कल्याणकारी हो जाते हैं. आइए आज आपको आज ऐसे ही कुछ उपाय बताते हैं.
प्रत्येक सुबह जल में रोली, चन्दन और फूल मिलाएं. ये जल सूर्य देव को अर्पित करें. ताम्बे का एक चौकोर टुकड़ा भगवान सूर्य को अर्पित करें. और फिर "ॐ भास्कराय नमः" का जाप करें. ताम्बे का चौकोर टुकड़ा अपने पास संभालकर रख लें. समाज में मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा बढे़गी. (Photo: Getty Images)
सूर्य देव को जल अर्पित करें. जल में लाल पुष्प डालें. जवा पुष्प हो तो उत्तम होगा. सूर्य देव को गुड का भोग लगाएं. लाल चन्दन की माला अर्पित करें. और फिर "ॐ आदित्याय नमः" का जाप करें. पूजा के बाद उस माला को गले में धारण कर लें. रोगों-बीमारी दूर रहेंगी. (Photo: Getty Images)
यदि कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो क्या उपाय करें. सूर्यदेव को जल अर्पित करें, लाल रंग के वस्त्र धारण करें, गुड़, चने की दाल का प्रसाद अर्पित करें, ऊं घृणि सूर्याय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. ताम्बे का छल्ला अनामिका अंगुली में धारण करें. (Photo: Getty Images)
प्रत्येक रविवार को सुबह-सुबह इसका पाठ करें. हर रोड सूर्योदय के समय भी इसका पाठ कर सकते हैं. पहले नहाएं फिर सूर्य को अर्घ्य दें. सूर्य के सामने ही इस स्तोत्र का पाठ करें. पाठ के बाद सूर्य देव का ध्यान करें. जो लोग आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करते हों वो मांस, मदिरा से दूर रहें. संभव हो तो सूर्यास्त के बाद नमक का सेवन भी न करें. (Photo: Getty Images)