शास्त्रों के अनुसार, तीज-त्योहारों पर घरों को सजाना काफी शुभ माना जाता है. अक्सर त्योहार आने से पहले घरों की सजावट का काम शुरू हो जाता है. बाहरी डेकोरेशन से लेकर इंटीरियर डेकोरेशन तक घरों को काफी अच्छी तरह से सजाया जाता है.
घरों की रंगाई-पुताई करने से कई धार्मिक बातें जुड़ी हुई हैं. इसके अलावा, घरों को कलर करने से लेकर लाइटिंग करने तक वास्तु दोष भी दूर होता है. आइए जानते हैं कि आखिर तीज-त्योहारों पर घरों की सजावट के पीछे क्या कारण होते हैं.
शास्त्रों के अनुसार, घर को साफ-सुथरा रखने से माता लक्ष्मी खुश होती हैं. तीज-त्योहारों पर घर की रंगाई-पुताई करने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता है. इससे घर की सुख-समृद्धि बढ़ती है और आर्थिक स्थिति में भी सुधार आता है.
वास्तु के अनुसार, तीज-त्योहारों पर घर को कलर करवाने से या पूरे घर की साफ-सफाई करने से वास्तु दोष दूर होता है.
वास्तु के अनुसार, अगर घर के दरवाजों में किसी तरह की आवाज आती है तो इसे तुरंत बदलवा दें. इसके अलावा, घर में सीलन आना भी वास्तु दोष का कारण बनता है. इसलिए तीज-त्योहारों पर सीलन आदि को ठीक करने के लिए रंग-रोगन करवाया जाता है. इससे घर-परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और वास्तु दोष दूर होता है.
माना जाता है कि घर का रंग-रोगन करवाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है. ऐसा करने से घर-परिवार की सुख शांति बनी रहती है.
वास्तु के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. इसके अलावा, रंगोली के साथ दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है. इससे घर की आर्थिक समस्याएं कम होती हैं.
माना जाता है कि तीज-त्योहारों पर घर का रंग-रोगन करने से घर का माहौल खुशनुमा बनता है. इसके अलावा, अगरबत्ती आदि जलाने से घर का वातावरण सुगंधित होता है. ऐसा करने से मानसिक तनाव दूर हो जाता है और मन को आंतरिक शांति मिलती है.
तीज-त्योहारों पर घर की ईशान दिशा यानी उत्तर-पूर्वी दिशा में पूजा करना शुभ माना जाता है. ऐसा करने से देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.