कोरोना महामारी के बीच आज से देश भर में मंदिरों के पट खुले तो नवरात्र के पहले दिन मां विंध्यवासनी मंदिर में कोरोना का खौफ देखने तक को नहीं मिला. वहां भक्तों की भीड़ एक दूसरे से सटती हुई दिखाई दी और बिना मास्क के भी लोग दर्शन करते हुए नजर आए. यह मंदिर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में है. (मिर्जापुर सेे सुरेेेेश कुमार सिंह की रिपोर्ट)
विंध्याचल में भोर में मंगला आरती के साथ 9 दिन तक चलने वाले शारदीय नवरात्र का आरम्भ हो गया. इन 9 दिनों तक दूर-दूर से आने वाले भक्त मां विंध्यवासनी की पूजा आराधना करेंगे.
नवरात्र के पहले दिन आज शनिवार को कोरोना की महामारी के दौरान भी भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन पूजन के लिए पहुंचे. भक्तों के हाथों में मां को चढ़ाने के लिए नारियल चुनरी थी. लगातार जयकारे लगाते हुए मंदिर की तरफ बढ़ते जा रहे थे. हालांकि, पहले की तरह इस बार भक्तों को कोरोना की महामारी को देखते हुए खास सुरक्षा के पालन की हिदायत दी गई है.
मंदिर में दर्शन के लिए मास्क लगाने को कहा गया है इसलिए इस बार नवरात्र में जो व्यवस्था बदली है उसमें मंदिर के प्रवेश द्वार के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोल घेरा बनाया गया है. हालांकि, नवरात्र के पहले दिन मां के दर्शन-पूजन को आए भक्तों में उत्साह इससे भी कम नहीं.
इस बार नवरात्र में कोविड से बचाव को लेकर खास व्यवस्था की गई है. नवरात्र मेले के दौरान दर्शन पूजन में सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखाई पड़ी. बहुत कम लोगों ने मास्क का प्रयोग किया. मेला क्षेत्र को आठ जोन और 16 सेक्टर में विभाजित कर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.