वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. अक्षय तृतीया का पर्व इस वर्ष मंगलवार, 3 मई यानी आज मनाया जाता है. इस दिन नई चीजों की खरीदारी और मांगलिक कार्यों को संपन्न करना बहुत ही शुभ माना जाता है. अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की भी विशेष कृपा होती है, इसलिए इन दोनों का साथ में पूजन अनिवार्य है. अक्षय तृतीया पर शुभ कार्य करने के लिए अबूझ मुहूर्त निकलवाने की आवश्यकता भी नहीं होती है. ज्योतिषियों का कहना है कि अक्षय तृतीया की रात तीन उपाय करने से लक्ष्मी-कुबेर आपके द्वार खिंचे चले आते हैं.
1. अक्षय तृतीया पर सोने-चांदी की चीज या तांबे-पीतल जैसी धातु से बना पात्र घर लेकर आएं. इसमें चावल भरकर घर में किसी ऐसे स्थान पर रखें, जहां रुपये-पैसे रखे जाते हैं. इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु से सुख-समृद्धि की कामना करें. ऐसा करने से आपके घर में कभी धन की कमी नहीं आएगी.
2. एक थाली में केसर का स्वास्तिक बनाएं. उस पर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित करें. इसके बाद तेल या घी का दीपक जलाएं और कमल गट्टे की माला लेकर 'सिद्धि बुद्धि प्रदे देवि भुक्ति मुक्ति प्रदायिनी. मंत्र पुते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते..' मंत्र का जाप करें. इसके बाद महालक्ष्मी यंत्र को तिजोरी, लॉकर या रुपये-पैसे वाले स्थान पर रख दें.
3. अक्षय तृतीया के दिन कमल पर विराजमान मां लक्ष्मी की एक तस्वीर घर लेकर आएं. इस तस्वीर को किसी साफ-सुथरे स्थान पर स्थापित करें. मां लक्ष्मी के सामने 3 इलायची रखें और शुक्र देव का ध्यान करते हुए उनकी उपासना करें. इस बीच 'मंत्र ऊं द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:' मंत्र का 21 बार जाप करें. आखिर में तीनों इलायची एक कटोरी में रखें और उन्हें कपूर के साथ जलाएं. इलायची पूरी तरह जल जाने के बाद उसे तुलसी के पौधे में डाल दें. ऐसा करने से आपकी कुंडली में धन लाभ के योग बनेंगे.