साल में 24 एकादशी पड़ती हैं और जब अधिकमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है. इन सभी में आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन से भगवान विष्णु चार मास के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं और सृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में आ जाता है. आज देवशयनी एकादशी है और आज कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए.
1. देवशयनी एकादशी पर चावल खाने से परहेज करना चाहिए. चावल में जल तत्व की मात्रा अधिक होती है. जल पर चन्द्रमा का प्रभाव अधिक पड़ता है. ऐसा कहते हैं कि एकादशी के दिन चावल का सेवन करने वाले अगले जन्म में रेंगने वाले जीव का जन्म लेते हैं.
2. देवशयनी एकादशी के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए. एकादशी के व्रत में इस रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है. इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए. खासतौर से व्रत रखने वालों को इसी रंग के कपड़े पहनने चाहिए.
3. सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, देवशयनी एकादशी के दिन लहसुन, प्याज और मांस मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए. इस दिन तामसिक भोजन से परहेज करें और सात्विक भोजन का सेवन करें.
4. देवशयनी एकादशी के दिन नाखून, बाल, दाढ़ी नहीं कटवाने चाहिए. एकादशी के दिन ऐसा करना शुभ नहीं समझा जाता है. एकादशी के दिन आरामदायक पलंग या गद्दे की जगह जमीन पर बिस्तर डालकर ही सोएं.
5. देवशयनी एकादशी पर किसी को अपशब्द ना कहें. क्रोध में आने से बचें. किसी व्यक्ति को अपमानित ना करें.