Dhanteras 2021 Date: धनतेरस का त्योहार नई चीजों की खरीदारी बहुत शुभ मानी जाती है. इसे धन त्रयोदशी और धनवंतरी जयंती भी कहा जाता है. धनतेरस पर बाजार से बर्तन, सोने-चांदी की चीजें, मिट्टी के दीये या घर का सामान खरीदना बेहद मंगलकारी होता है. धनतेरस का पर्व इस बार मंगलवार, 2 नवंबर का मनाया जाएगा. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा के मुताबिक, इस साल धनतेरस पर बन रहे दो शुभ योग त्योहार की प्रमुखता बढ़ा रहे हैं.
त्रिपुष्कर योग- (Dhanteras 2021 Tripushkar yog)
धनतेरस के दिन बेहद शुभ समझा जाने वाले त्रिपुष्कर योग योग बन रहा है. इस योग में खरीदारी करने वालों का निश्चित तौर पर भाग्योदय होगा. यह शुभ योग मंगलवार और द्वादशी तिथि के संयोग से बनता है. हालांकि द्वादशी तिथि 1 नवंबर से प्रारंभ होकर 2 नवंबर को सुबह 11.30 बजे तक ही रहेगी. इसलिए त्रिपुष्कर योग का लाभ मंगलवार, 2 नवंबर को सूर्योदय से लेकर सुबह साढ़े 11 बजे तक ही उठाया जा सकता है.
क्यों खास है त्रिपुष्कर योग- त्रिपुष्कर योग में खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है. ज्योतिषविद के मुताबिक, इस शुभ घड़ी में खरीदारी करने का लाभ तीन गुना तक बढ़ता है. उदाहरण के तौर पर, यदि त्रिपुष्कर योग में आप घर, वाहन या गहने खरीदते हैं तो भविष्य में इनके तीन गुना बढ़ने की संभावनाएं अधिक होती हैं. इस अवधि में आप मनमुताबिक चीजें खरीदकर घर ला सकते हैं.
लाभ अमृत योग-
ज्योतिषविद के मुताबिक, धनतेरस पर दूसरा शुभ योग लाभ अमृत योग है. बाजार से नई चीजों की खरीदारी के लिए लाभ अमृत योग को उत्तम माना जाता है. धनतेरस पर सुबह साढ़े 10 बजे से लेकर दोपहर डेढ़ बजे तक लाभ अमृत रहेगा. त्रिपुष्कर योग और लाभ अमृत योग की अवधि को जोड़ लिया जाए तो धनतेरस पर सूर्योदय से लेकर दोपहर डेढ़ बजे तक खरीदारी करना शुभ रहेगा.
भौम प्रदोष व्रत- मंगलवार, 2 नवंबर को भौम प्रदोष व्रत व्रत भी पड़ रहा है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, भौम प्रदोष व्रत और धनतेरस के संयोग में कुछ चीजों की खरीदारी के ज्यादा सकारात्मक परिणाम मिलते हैं. इस दिन घर, दुकान, जमीन या लैंड एंड प्रॉपर्टी के क्षेत्र में निवेश करने से बड़ा लाभ मिलता है.