Ganesh Jayanti 2022: गणेश जयंती पर आज 4 फरवरी शुक्रवार को दो शुभ योग रवि और शिव योग का निर्माण हो रहा है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार रवि योग में पूजा करने से कई गुना अधिक फल मिलता है. वहीं शिव योग भी बेहद लाभकारी माना जाता है. इन योग में किए गए मांगलिक कार्य सफल होते हैं. साथ ही जातक की हर मनोकामना भी पूरी होती है. आइए जानते हैं गणेश जयंती के पूजा मुहूर्त और योग के बारे में...
गणेश चतुर्थी पर बन रहे ये दो शुभ योग
गणेश चतुर्थी पर इस बार दो शुभ योग बन रहे हैं. चतुर्थी तिथि पर 04 फरवरी को सुबह 07 बजकर 08 मिनट से दोपहर 03 बजकर 58 मिनट तक रवि योग रहेगा. इसके बाद शाम को 07 बजकर 10 मिनट तक शिव योग रहेगा. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि रवि योग में पूजा और किए गए धार्मिक कार्यों का फल कई गुना मिलता है. वहीं गणेश जी के जन्मदिवस के मौके पर बन रहा शिव योग भी बेहद लाभकारी रहेगा.
गणेश जयंती 2022 पूजा शुभ मुहूर्त
चतुर्थी तिथि शुरू- 04 फरवरी, शुक्रवार, सुबह 04 बजकर 38 मिनट से
चतुर्थी तिथि समापन- 05 फरवरी, शनिवार, सुबह 03 बजकर 47 मिनट तक
शुभ मुहूर्त: 04 फरवरी, शुक्रवार, सुबह 11 बजकर 30 मिनट से दोपहर 01 बजकर 41 मिनट तक
कुल अवधि: 02 घंटा 11 मिनट
ना करें ये भूल
गणेश जी को पूजन में भूल कर भी तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए. पौराणिक कथा के अनुसार गणेश जी ने तुलसी जी का विवाह प्रस्ताव ठुकरा दिया था. जिसके बाद तुलसी जी ने गणेश जी को दो विवाह का श्राप दिया था, तो वहीं गणेश जी ने तुलसी जी का विवाह एक राक्षस के साथ होने का श्राप दिया. इसके बाद गणेश पूजन में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता है. वहीं इस दिन चंद्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए, वरना व्यक्ति कलंक का भागी बनता है. इसके अलावा गणेश उत्सव के दिनों में झूठ बोलना, चोरी करना और झगड़ना बिल्कुल भी नहीं चाहिए. गणेश जयंती की पूजा में भूलकर भी प्याज और लहसुन का प्रयोग ना करें. इन दिनों में ब्रह्मचार्य का पालन करें. मन में सात्विक विचार रखें. किसी भी प्रकार की हिंसा से भी बचें.