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Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती कल, पूजा के लिए बस इतने घंटे का मुहूर्त, जानें 4 दिव्य उपाय

Hanuman Jayanti 2024 shubh muhurt: पवनपुत्र हनुमान का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था. इसलिए यह तिथि हर साल हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है. इस साल हनुमान जयंती का त्योहार 22 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है. हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पूजा के दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. आप अपनी इच्छानुसार किसी भी मुहूर्त में अंजनिपुत्र की विधिवत पूजा कर सकते हैं.

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इस साल हनुमान जयंती का त्योहार 22 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है.
इस साल हनुमान जयंती का त्योहार 22 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है.

Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जी भगवान शिव के अंशावतार हैं और श्रीराम के सबसे बड़े भक्त. हनुमान जी शक्ति और ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं. इनकी उपासना से तुरंत कष्टों का नाश होता है. हर तरह की बाधा दूर हो जाती है. इनकी स्तुतियों से जीवन में सफलता मिलती है. पवनपुत्र हनुमान का जन्म चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था. इसलिए यह तिथि हर साल हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है. इस साल हनुमान जयंती का त्योहार 22 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है. आइए आपको हनुमान जयंती की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और दिव्य उपाय बताते हैं.

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हनुमान जयंती की पूजन विधि
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा अभिजित मुहूर्त में करें. सबसे पहले उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी पर एक लाल कपड़ा बिछाएं. हनुमान के साथ भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करें. हनुमान जी को लाल और राम जी को पीले फूल अर्पित करें. लड्डू का भोग लगाएं. तुलसी दल भी अर्पित करें. पहले श्री राम के मंत्र 'ऊं राम रामाय नमः' का जाप करें. फिर हनुमान जी के मंत्र 'ऊं हं हनुमते नमः' का जाप करें.

शुभ मुहूर्त
हनुमान जयंती पर बजरंगबली की पूजा के दो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. आप अपनी इच्छानुसार किसी भी मुहूर्त में अंजनिपुत्र की विधिवत पूजा कर सकते हैं.

पहला मुहूर्त- सुबह 9 बजकर 03 मिनट से सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक
दूसरा मुहूर्त (अभिजीत मुहूर्त)- सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक
तीसरा मुहूर्त (रात्रिकाल)- रात 8 बजकर 14 मिनट से रात 9 बजकर 35 मिनट तक

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हनुमान जयंती के उपाय

स्वास्थ्य
स्वास्थ्य रक्षा के लिए हनुमान जी का ऐसा चित्र स्थापित करें, जिसमें उन्होंने संजीवनी बूटी का पर्वत उठा रखा है. हनुमान जी के सामने घी का दीपक जलाएं. उन्हें खीर और तुलसी दल का भोग लगाएं. स्वास्थ्य रक्षा के लिए प्राथर्ना करें

ज्ञान
विद्या-बुद्धि के लिए हनुमान जी के रामायण पढ़ते हुए स्वरूप का चित्र लगाएं. हनुमान जी के समक्ष घी का चौमुखी दीपक जलाएं. हनुमान जी को गुड़ का भोग लगाएं. फिर शिक्षा, विद्या-बुद्धि प्राप्ति की प्रार्थना करें.

संकट
संकट दूर करने के लिए हनुमान जी के गदाधारी चित्र की स्थापना करें. हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं. उन्हें सिंदूर अर्पित करें और संकट दूर करने की प्रार्थना करें

धन
धन के लिए हनुमान जी के उस स्वरूप की स्थापना करें, जिसमें उनके हृदय में सीता-राम बसे हुए दिख रहे हैं. हनुमान जी के सामने घी के नौ दीपक जलाएं और उन्हें लाल फूल अर्पित करें. इसके बाद धन प्राप्ति और ऋण मुक्ति की प्रार्थना करें.

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