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हस्तरेखा: जीवन की खुशियां दर्शाती है कलाई की रेखा, हाथ में यूं देखें ब्रेसलेट लाइन

हस्तरेखा शास्त्र (Hast Rekha Shastra) के अनुसार जहां कलाई और हथेली जुड़ती है यानी हथेली के ऊपर कलाई के पास जो गोल रेखा होती है, उसे मण‌िबंध रेखा या ब्रेसलेट लाइन (Bracelet Line) कहते हैं. आमतौर पर लोगों की हथेली में तीन मण‌िबंध रेखाएं पाई जाती हैं.

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vedic palmistry hast rekha shastra: हस्त रेखा शास्त्र
vedic palmistry hast rekha shastra: हस्त रेखा शास्त्र

हस्त रेखा विज्ञान (Palmistry Lines or Palm Reading Science): हस्तरेखा शास्त्र व्यक्ति के हाथों की रेखाओं का बहुत ही गहन अध्ययन है. जिसमें हाथ की प्रत्येक रेखा, उंगुलियों, नाखूनों आदि के माध्यम से जीवन के सुख सुविधाओं, नौकरी, उम्र एवं वैवाहिक जीवन समेत तमाम पहलुओं के बारे में बताया जाता है. हस्तरेखा (Hast Rekha) शास्त्र में हाथ की हर छोटी-बड़ी रेखा का अपना महत्व है.

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हस्तरेखा शास्त्र (Hast Rekha Shastra) के अनुसार जहां कलाई और हथेली जुड़ती है यानी हथेली के ऊपर कलाई के पास जो गोल रेखा होती है, उसे मण‌िबंध रेखा या ब्रेसलेट लाइन (Bracelet Line) कहते हैं. आमतौर पर लोगों की हथेली में तीन मण‌िबंध रेखाएं पाई जाती हैं. जबकि कुछ खुश क‌िस्मत लोगों की कलाई में चार मण‌िबंध रेखाएं भी होती हैं. 

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मण‌िबंध रेखाएं व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कई चीजें दर्शाती हैं, जिसमें सुख, मान-प्रत‌िष्ठा और स्वास्‍थ्य संबंधित जानकारी शाम‌िल है. ब्रेसलेट लाइन यानी मणिबंध रेखा की जांच के लिए पुरुष के बाएं हाथ जबकि महिला के दाएं हाथ को देखा जाता है. आइए जानते हैं क्या दर्शाती है ब्रेसलेट लाइन...

  • कलाई यानी मण‌िबंध की पहली रेखा सीधी, साफ और कटी-फटी नहीं है तो इसका मतलब है कि स्वास्‍थ्य अच्छा रहेगा. जबक‌ि ये रेखा कटी फटी या टूटी होने से जीवन में स्वास्‍थ्य संबंधी परेशान‌ियां बनी रहती हैं.
  • दूसरी मण‌िबंध रेखा व्यक्त‌ि की उम्र के साथ उसके सुख-समृद्धि को दर्शाती है. यह रेखा ज‌ितनी साफ होती है, व्यक्त‌ि का जीवन इतना ही सुखमय होता है. कलाई की ये रेखा कटी फटी होने पर व्यक्त‌ि के जीवन में काफी उतार-चढ़ाव बना रहता है.
  • कलाई की तीसरी रेखा यानी ब्रेसलेट लाइन व्यक्ति के जीवन में सामाजिक प्रतिष्ठा एवं मान-सम्मान को दर्शाती है. जिन व्यक्तियों के हाथ में तीसरी मण‌िबंध रेखा होती है, इसे आदर और प्रसिद्धि दोनों प्राप्त होती हैं. जबकि चौथी मण‌िबंध रेखा अत्यधिक दीर्घायु वाली मानी जाती है.

 

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