Karwa Chauth 2022: करवा चौथ का त्योहार इस साल 13 अक्टूबर दिन गुरुवार को मनाया जाएगा. करवा चौथ का व्रत करने से सुहागिनों को सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है और पति को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है. ज्योतिषविदों का कहना है कि इस साल करवा चौथ का व्रत बेहद खास रहने वाला है. सालों बाद ग्रहों की खास स्थिति बन रही है, जो इस दिन के महत्व को दोगुना कर रही है.
46 साल बाद बन रहा ये शुभ संयोग
इस साल करवा चौथ पर 46 साल बाद एक दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है. करवा चौथ का व्रत सर्वार्थ सिद्धि, बुधादित्य और महालक्ष्मी योग में रखा जाएगा. व्रत गुरुवार को पड़ रहा है और गुरुदेव बृहस्पति अपनी ही राशि मीन में विराजमान हैं. ज्योतिषियों का कहना है कि करवा चौथ पर ऐसा दुर्लभ संयोग 46 साल बाद बना है. इससे पहले करवा चौथ पर ग्रहों की ऐसी स्थिति 23 अक्टूबर 1975 को देखी गई थी.
करवा चौथ पर ग्रहों की चाल
करवा चौथ के दिन शनि स्वराशि मकर, चंद्रमा उच्च राशि वृष और कन्या राशि में बुध और शुक्र की युति बन रही है. ग्रहों के सेनापति मंगल अपने ही नक्षत्र में हैं. यह व्रत रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाएगा. ऐसा कहते हैं कि करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा की पूजा से सुहागिनों का भाग्योदय होता है और उन्हें पति की दीर्घायु का वरदान मिलता है.
करवा चौथ चतुर्थी तिथि
करवा चौथ का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. कार्तिक कृष्ण चतुर्थी 13 अक्टूबर को रात 01 बजकर 59 मिनट से लेकर 14 अक्टूबर को देर रात 03 बजकर 08 मिनट तक रहेगी.
करवा चौथ का शुभ मुहूर्त
अमृतकाल मुहूर्त- शाम 04 बजकर 08 मिनट से शाम 05 बजकर 50 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक
करवा चौथ पर चंद्रोदय
करवा चौथ पर चांद निकलने का समय 13 अक्टूबर को रात 08 बजकर 09 मिनट बताया जा रहा है. हालांकि, देश के अलग-अलग राज्यों और शहरों में चांद दिखने का समय इससे थोड़ा अलग हो सकता है. अपने शहर के हिसाब से चांद निकलने का सही समय एक बार जरूर देख लें.