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Karwa Chauth 2023: देशभर में मनाया गया करवा चौथ, सुहागिनों ने चांद का दीदार कर खोला व्रत

Karwa Chauth 2023: कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला उपवास करती हैं. करवा चौथ के दिन विधिवत पूजा के बाद महिलाएं रात को चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही भोजन ग्रहण करती हैं. इस साल करवा चौथ का व्रत बुधवार, 1 नवंबर को रखा गया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

Karwa Chauth 2023: Karwa Chauth 2023: करवा चौथ पर देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर से लेकर देश के सभी हिस्सों में चांद का दीदार कर सुहागिनों ने पूजा-अर्ध्य के बाद अपना व्रत खोला. यूपी की राजधानी लखनऊ, नोएडा, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला, बिहार की राजधानी पटना, चंडीगढ़ समेत कई बड़े शहरों में करवा चौथ के चांद का दीदार किया गया. 

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कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला उपवास करती हैं. करवा चौथ के दिन विधिवत पूजा के बाद महिलाएं रात को चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही भोजन ग्रहण करती हैं. इस साल करवा चौथ का व्रत बुधवार, 1 नवंबर को रखा गया.

करवाचौथ पर दिल्ली में कुछ ऐसा दिखा चांद का नजारा

अपने आवास पर पत्नी के साथ करवा चौथ की पूजा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चांद नजर आ गया है. देखिए लखनऊ में अपने परिवार के साथ करवा चौथ मना रहे यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक.

चंडीगढ़ में कुछ ऐसा है करवा चौथ का नजारा

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देखिए हिमाचल प्रदेश की राजधानी में चांद का नजारा

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भी चांद दिख गया है. वहीं बिहार की राजधानी पटना में भी चांद नजर आ गया है. यूपी के नोएडा में भी चंद्रमा ने अपने दर्शन दे दिए हैं.

कहां कितने बजे निकला चांद-

  • गुरुग्राम- रात 8 बजकर 16 मिनट
  • पुणे- रात 8 बजकर 56 मिनट
  • मुंबई- रात 8 बजकर 59 मिनट
  • लखनऊ- रात 8 बजकर 05 मिनट
  • वडोदरा- रात 8 बजकर 49 मिनट
  • कानपुर- रात 8 बजकर 8 मिनट
  • प्रयागराज- रात 8 बजकर 05 मिनट
  • जोधपुर- रात 8 बजकर 46 मिनट
  • उदयपुर- रात 8 बजकर 41 मिनट
  • इंदौर- रात 8 बजकर 37 मिनट
  • भोपाल- रात 8 बजकर 29 मिनट
  • अहमदाबाद- रात 8 बजकर 50 मिनट
  • देहरादून- रात 8 बजकर 06 मिनट
  • चेन्नई- रात 8 बजकर 43 मिनट
  • बनारस- रात 8 बजकर 01 मिनट
  • रायपुर- रात 8 बजकर 17 मिनट
  • गाजियाबाद- रात 8 बजकर 14 मिनट
  • मेरठ- रात 8 बजकर 12 मिनट
  • पणजी- रात 9 बजकर 4 मिनट
  • आगरा- रात 8 बजकर 16 मिनट
  • जयपुर- रात 8 बजकर 26 मिनट
  • वाराणसी- रात 8 बजे
  • रांची- रात 7 बजकर 56 मिनट
  • अलीगढ़- रात 8 बजकर 13 मिनट

क्यों मनाया जाता है करवा चौथ?

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करवा चौथ मनाए जाने को लेकर कई पौराणिक मान्यताएं हैं. एक समय की बात है. एक साहूकार के सात बेटे और उनकी एक बहन थी. बहन का नाम वीरवती था. सातों भाई को अपनी बहन बहुत प्यारी थी. वे पहले उसे खाना खिलाते और बाद में खुद खाते थे. एक बार उनकी बहन ससुराल से मायके आई हुई थी. शाम को भाई जब काम से घर लौटे तो देखा उनकी बहन बहुत व्याकुल थी. सभी भाई खाना खाने बैठे और अपनी बहन से भी खाने का आग्रह करने लगे, लेकिन बहन ने बताया कि उसका आज करवा चौथ का निर्जल व्रत है.

बहन ने बताया कि वह खाना सिर्फ चंद्रमा को अर्घ्‍य देने के बाद ही खा सकती है. हालांकि, चंद्रमा अभी तक नहीं निकला है इसलिए वह भूख-प्यास से व्याकुल हो उठी है. तब उसके भाइयों ने पीपल की आड़ में महताब आदि का सुन्दर प्रकाश फैला कर बनावटी चन्द्रोदय दिखला दिया और उसके बाद वीरवती को भोजन करवा दिया. परिणाम यह हुआ कि उसका पति तुरंत अदृश्य हो गया. फिर वीरवती ने बारह महीने तक प्रत्येक चतुर्थी को व्रत किया. अगले साल फिर करवा चौथ आने पर उसने व्रत किया और अपने पति को पुनः प्राप्त किया.

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