
Kashi Vishwanath 2021: महाशिवरात्रि पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासन का फैसला इस बार श्रद्धालुओं को मायूस करने वाला है. इस दिन श्रद्धालु बाबा के शिवलिंग का स्पर्श दर्शन नहीं कर सकेंगे. यह फैसला मंदिर में होने वाली भीड़ या भगदड़ की स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने लिया है. हालांकि, श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक जरूर कर सकेंगे, वो भी गर्भगृह के बाहर लगे अरघे के जरिए.
भोले की नगरी में दो पर्व महापर्व के रूप में मनाया जाता है. एक तो पूरा सावन मास और दूसरा माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह उत्सव यानी महाशिवरात्रि के दिन. इस दिन न केवल आस्थावान, बल्कि प्रशासन भी द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को देखते हुए हफ्तों पहले इंतजाम में जुट जाता है और इसी के मद्देनजर इस बार यह फैसला लिया गया है. मंदिर के गर्भगृह में किसी का प्रवेश नहीं हो सकेगा.
सुबह 2.15 बजे शुरू होगी पूजा
इस बीच काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने महाशिवरात्रि के दिन पूजा आरती को लेकर समय सारिणी जारी किया है. सुबह 2.15 बजे पूजा शुरू होगी. 3.15 बजे आरती खत्म होगी. इसके बाद 3.30 बजे मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा.
इस बारे में और जानकारी देते हुए वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि भीड़ और भगदड़ जैसे हालात न पैदा हों, इसलिए काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में महाशिवरात्रि के दिन पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. इतना ही नहीं, बाबा काशी का कोई भी स्पर्श दर्शन यानी छूकर दर्शन नहीं कर सकेगा. दर्शन गर्भगृह के बाहर से होंगे और गर्भगृह के बाहर से ही जलाभिषेक आस्थावान लगे अरघे से कर सकेंगे.
लाइव दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु
उन्होंने आगे बताया कि महाशिवरात्रि पर होने वाली आरती के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के कार्पेट पर बैठने की व्यवस्था की गई है. साथ ही चार से पांच लगी एलईडी पर मंदिर परिसर से लेकर बाहर मौजूद श्रद्धालु बाबा काशी विश्वनाथ के लाइव दर्शन भी कर सकेंगे. इसके अलावा, मंदिर के चारों प्रवेश द्वार से मंदिर के लिए एंट्री कराई जाएगी और कोरोना प्रोटोकॉल की गाइडलाइन का भी पालन होगा. मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, और सैनिटाइजर का पूरा ख्याल जाएगा.
उन्होंने आगे बताया कि सुगम दर्शन और होने वाली मंगला आरती में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टिकटों की संख्या सीमित कर दी गई है और वीआईपी कारों की रोक के लिए दोनों मुख्य मार्गों मैदागिन और गोदौलिया में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध भी लगा दिया है. दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए इन दोनों ही मार्गों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की व्यवस्था मंदिर की ओर से की गई है.
वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि पर वाराणसी के राजघाट पर सात दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का भी आयोजन प्रशासन कर रहा है. अलग-अलग दिनों के मुताबिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें स्थानीय कलाकारों को तरजीह दी जाएगी. साथ ही महाशिवरात्रि महोत्सव में 13 मार्च को मशहूर सूफी गायक कैलाश खेर भी अपनी गायकी का जौहर बिखेरेंगे.