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Mangla Gauri Vrat 2024: सावन का चौथा मंगला गौरी व्रत आज, जानें शुभ योग और पूजन विधि

Mangla Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी कान व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती है, साथ ही कुंवारी कन्याएं भी अच्छे वर की प्राप्ति और सौभाग्य एवं समृद्धि के लिए व्रत का पालन करती हैं. मंगला गौरी व्रत के दिन माता पार्वती की उपासना की जाती है.

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मंगला गौरी व्रत 2024
मंगला गौरी व्रत 2024

Mangla Gauri Vrat 2024: आज सावन का चौथा मंगला गौरी व्रत है. जिस तरह से भोलेनाथ को सावन सोमवार अत्यंत प्रिय है. ठीक उसी तरह माता पार्वती का श्रावण मास का मंगलवार प्रिय होता है. दरअसल, श्रावण मास के मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत का पूजन करने से माता पार्वती की कृपा से अखंड सौभाग्य मिलता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है और संतान प्राप्ति की इच्छा भी पूरी होती है. साथ ही इस दिन पूजा करने से मंगल दोष भी समाप्त होता है. 

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मंगला गौरी व्रत शुभ मुहूर्त (Mangla Gauri Vrat 2024 Shubh Muhurat)

सावन के चौथे मंगला गौरी व्रत पर आज रवि योग, विशाखा नक्षत्र और ब्रह्म योग का संयोग बन रहा है. रवि योग 13 अगस्त यानी आज सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगा और 14 अगस्त को सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगा. इसके अलावा विशाखा नक्षत्र 12 अगस्त को सुबह 8 बजकर 33 मिनट पर शुरू हो चुका है और इसका समापन 13 अगस्त आज सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर होगा. इन दोनों योगों में मंगला गौरी व्रत का पूजन किया जा सकता है. 

मंगला गौरी व्रत पूजन विधि (Mangla Gauri Vrat Pujan Vidhi)

मंगला गौरी व्रत के दिन सबसे पहले उठकर स्नानादि करें और लाल रंग के वस्त्र धारण करें. इसके बाद मां मंगला गौरी को लाल रंग के वस्त्र अर्पित करें और फिर उनकी मूर्ति को अपने मंदिर में स्थापित करें. इसके बाद मां मंगला गौरी के आगे चौमुखी घी का दीया जलाएं. फिर मां मंगला गौरी को फूलों की माला अर्पित करें. साथ ही, मां मंगला गौरी को 16 श्रृंगार भी अर्पित करें. उसके बाद मां मंगला गौरी के आगे अपने दांपत्य जीवन के लिए प्रार्थना करें.

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मंगला गौरी व्रत उपाय (Mangla Gauri Vrat Upay)

विवाह में आ रही देरी 

यदि किसी जातक के विवाह में देरी हो रही है तो,  इसके लिए मंगला गौरी व्रत पर मां गौरी को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें, इससे मां गौरी प्रसन्न होती हैं और अपना विशेष आशीर्वाद प्रदान करती हैं.  

विवाह में आ रही अड़चनें दूर करने के लिए

यदि आपके विवाह में बार-बार अड़चनें आ रही है तो मंगला गौरी का व्रत करें और इस दौरान इस मंत्र का जाप करें- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सवार्थ साधिके. शरण्येत्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी.
 

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