
हस्त रेखा विज्ञान (Palmistry Lines or Palm Reading Science): हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ की रेखाएं व्यक्ति के जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव के बारे में बताती हैं. वहीं, हाथ के शुभ चिन्हों से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि, संपत्ति आदि के योग का पता चलता है. आइए जानते हैं हस्तरेखा (Hast Rekha) में स्वास्तिक, शंख, चक्र, कमल जैसे चिन्हों का महत्व.
हिन्दू धर्म में शंख (Shankh/Shell) को बहुत पवित्र माना जाता है. कई देवी देवताओं के हाथों में भी शंख देखा जाता है, लेकिन प्रमुख रूप से ये भगवान विष्णु का है. शंख विजय का सूचक है. ऐसा व्यक्ति जिसके हाथ में शंख का चिन्ह हो वो जीवन में कभी असफल नहीं होता. कई बार उंगलियों में शंख का चिन्ह देखा जाता है, या हथेली पर कई जगह शंख का चिन्ह होता है. शंख का चिन्ह जिसके हाथ में हो ऐसा व्यक्ति का शत्रु कभी कुछ बिगाड़ नहीं पाते, हमेशा विजय हासिल करता है.
चक्र (Chakra) भगवान विष्णु से संबंधित बहुत ही प्रमुख चिन्ह हैं. ये चिन्ह बहुत भाग्यशाली व्यक्तियों के हाथ में पाया जाता है. लाखों में से किसी एक व्यक्ति के हाथ में यह चिन्ह मिलेगा. जिसके हाथ में चक्र का चिन्ह होता है वह अतुलनीय धन संपदा का मालिक बनता है. व्यक्ति को राजा के समान पद और प्रतिष्ठा भी प्राप्त होती है. उच्च कोटि के संतों के भी हाथ में चक्र का चिन्ह देखा जाता है.
स्वास्तिक (Swastik) का चिन्ह हिन्दू धर्म का बहुत ही पवित्र चिन्ह माना जाता है. पूजा से पूर्व स्वास्तिक का चिन्ह बनाने का खास परंपरा है. जिस व्यक्ति के हाथ में स्वास्तिक का चिन्ह होता है वह हमेशा अच्छे कर्म करने वाला और धर्म का परायण करता है. ऐसे व्यक्ति को मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा हासिल होती है.
कमल (Kamal) का चिन्ह मां लक्ष्मी से संबंधित है. जिस व्यक्ति के हाथ में ये चिन्ह होता है तो वो अखंड साम्राज्य का मालिक होता है. ऐसे व्यक्ति बड़ा उद्योगपति बन सकता है. साथ ही कई लोग इनकी सेवा में लगते हैं. कई मामलों में देखा गया है कि कमल का चिन्ह होने पर व्यक्ति अहंकारी भी हो जाता है.