23 फरवरी से 27 फरवरी तक चार बड़े ग्रहों की चाल बदलने वाली है. सबसे पहले 23 फरवरी को गुरु अस्त होगा. इसके बाद 26 मकर मंगल मकर राशि में प्रवेश करेगा. अगले ही दिन शुक्र भी इसी राशि में आ जाएंगे और चतुर्ग्रही योग का निर्माण होगा जो 6 मार्च तक बना रहेगा. 27 फरवरी को मकर राशि में शनि का उदय भी होगा. ज्योतिषियों का कहना है कि ग्रहों के अचानक बड़े उलटफेर से सभी राशियों के जातक प्रभावित होंगे.
कुंभ राशि में गुरु अस्त (23 फरवरी-27 मार्च)
23 फरवरी को बृहस्पति कुंभ राशि में अस्त होंगे और 27 मार्च तक इसी अवस्था में रहेंगे. गुरु की चाल बदलते ही मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. कुछ जगहों पर दुर्घटनाओं का प्रभाव रहेगा. किसी व्यक्ति विशेष के निधन की संभावना बढ़ेगी. मेष, मिथुन, सिंह, तुला और मकर राशि वालों के लिए अस्त गुरु शुभ रहेगा. जबकि वृष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, कुंभ और मीन राशि वालों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है.
मंगल का मकर राशि में प्रवेश (26 फरवरी)
ग्रहों के सेनापति मंगल अपनी उच्च राशि में विराजमान रहेंगे. ज्योतिर्विदों की मानें तो मंगल के मकर राशि में गोचर से तनाव की स्थिति पैदा होगी. विवाद और झगड़े बढ़ेंगे. नौकरी और व्यापार की दृष्टि से भी समय अनुकूल नहीं होगा. सेहत से जुड़ी दिक्कतें देखने को मिलेंगी. सिंह, वृश्चिक और मीन राशि के लिए यह गोचर शुभ होगा. जबकि मेष, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि वालों को थोड़ा संभलकर रहने की सलाह दी जाती है.
शनि का उदय (27 फरवरी)
27 फरवरी को सूर्य पुत्र शनि का मकर राशि में उदय होगा. ज्योतिषियों का अनुमान है कि शनि के उदय होने से जनधन की हानि होगी. बीमारियों का खतरा बढ़ेगा. कीमतें आसमान छू सकती हैं. दुर्घटना में चोट लगने की आशंका बढ़ सकती है. सिंह, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए उदय शनि शुभ होंगे. जबकि मेष, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि वाले सतर्कता बरतें.
शुक्र का मकर राशि में प्रवेश (27 फरवरी)
शुक्र ग्रह 27 की बजाए 59 दिन बाद राशि बदलकर मकर में प्रवेश करेगा. हालांकि शुक्र का यह गोचर शुभ हो सकता है. स्किल डेवलपमेंट के मामले में अच्छे बदलाव आएंगे. नौकरी-व्यापार में लाभ के अवसर बढ़ेंगे. लव लाइफ में सुधार आएगा. मेष, कर्क और सिंह राशि वालों के लिए शुक्र का यह गोचर शुभ रहेगा. जबकि वृष, मिथुन, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों को इससे नुकसान हो सकता है.