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ईशा ने भारतीय सेना के 11,000 जवानों को दिया हठ योग प्रशिक्षण, पुणे के समापन समारोह में पहुंचे सद्गुरु

ईशा हठ योग प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 राज्यों के 23 शहरों में 56 शिक्षकों की ओर से आयोजित किया गया. ईशा मार्च 2024 तक मध्य और पूर्वी कमान के 2,000 से अधिक सैनिकों को प्रशिक्षित करेगा.

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ईशा हठ योग प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 राज्यों के 23 शहरों में 56 शिक्षकों की ओर से आयोजित किया गया.
ईशा हठ योग प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 राज्यों के 23 शहरों में 56 शिक्षकों की ओर से आयोजित किया गया.

ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु शुक्रवार, 16 फरवरी को पुणे (महाराष्ट्र) में भारतीय सैनिकों के लिए आयोजित 'तनाव प्रबंधन और समग्र कल्याण योग' के समापन समारोह में पहुंचे. इस समारोह में सद्गुरु ने कहा कि यह मेरा और हमारे सभी शिक्षकों का सौभाग्य है कि हम किसी न किसी रूप में सेना के लिए उपयोगी रहे हैं. दक्षिणी कमान के सैनिकों के बीच हमारी मौजूदगी बहुत प्रेरणादायक रही है. योगाभ्यास के जरिए आपकी सेवा करना हमारा सौभाग्य रहा है.

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मिल्खा सिंह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित इस समारोह में करीब 10,000  सैनिकों के अलावा शहर के अन्य लोग, लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, जनरल ऑफिसर-कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) दक्षिणी कमान (भारतीय सेना) भी उपस्थित थे. ईशा हठ ने पिछले साल 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ही भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के सहयोग से इस कार्यक्रम को शुरू किया था. इस सहयोग का उद्देश्य सैनिकों के लिए समग्र कल्याण को बढ़ावा देना है, जो अक्सर चरम पस्थितियों में बहुत तनाव से गुजरते हैं.

9 राज्यों के 23 शहरों में कार्यक्रम
इस अवसर पर ईशा हठ के 56 योग शिक्षकों ने तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित ईशा योग केंद्र में 21 सप्ताह का गहन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया और सैनिकों को सूर्य क्रिया, अंगमर्दन जैसे प्राचीन हठ योग अभ्यास सिखाए. यह प्रशिक्षण भारत के 9 राज्यों में 127 बैचों के माध्यम से 23 शहरों में आयोजित किया गया था, जिसमें जैसलमेर, झांसी, ग्वालियर, जामनगर, पुणे, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, कोयंबटूर और कन्नूर शामिल थे, इन कार्यक्रमों को संभव बनाने में सैकड़ों ईशा स्वयंसेवकों ने अपना योगदान दिया.

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अपनी दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करते हुए कई सैनिकों को केवल 7 दिनों के कार्यक्रम में शांत, अधिक प्रसन्न, तनाव मुक्त होने के साथ ध्यान केंद्रित करने में मदद मिली है. एक सैनिक ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, 'मैं इस कार्यक्रम से बहुत खुश हूं, क्योंकि मेरा शारीरिक लचीलापन बहुत कम था. लेकिन अब मैं अपने शरीर में बदलाव महसूस कर रहा हूं. नियमित जीवन में तनाव कम करने के लिए ईशा द्वारा सिखाया योग बहुत उपयोगी है. मुझे आशा है कि मैं इसे अपने जीवन में एक दिनचर्या के रूप में प्रतिदिन करूंगा. हमारे लिए ये कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद.'

एचडीएफसी बैंक परिवर्तन ने सैनिकों के कल्याण को लेकर योग साधन प्रदान करने के लिए ईशा के साथ साझेदारी की. एचडीएफसी बैंक महाराष्ट्र के शाखा बैंकिंग प्रमुख, अभिषेक देशमुख ने कहा, 'एचडीएफसी की परिवर्तन पहल के माध्यम से हमारा उद्देश्य समाज पर सार्थक प्रभाव लाना है. ईशा योग कार्यक्रमों से मुझे व्यक्तिगत रूप से लाभ हुआ है और हमारे बहादुर सैनिकों की भलाई के लिए योगदान करना बेहद संतुष्टि भरा अनुभव है.'

आत्म-परिवर्तन के लिए योग अभ्यासों को लेकर सैनिकों की ओर से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद भारतीय सेना ने ईशा से अन्य सैन्य कमांडों के लिए इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया है. मौजूदा समय में ईशा ने मध्य कमान, मुख्यालय लखनऊ और पूर्वी कमान, मुख्यालय कोलकाता के तहत अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम आयोजित करना शुरू कर दिया है और इसके अंतर्गत मार्च 2024 तक 2,000 से अधिक सैनिकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.

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