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Sawan 2022: सावन का पहला सोमवार और 3 शुभ योग, ये एक काम करने से होगी महादेव की कृपा

वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्या हो या मनचाहे जीवनसाथी को पाने की चाहत, सावन के सोमवार का महत्व हर मायने में खास है. अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह में अड़चनें आ रही हों तो भी सावन के प्रत्येक सोमवार पूजा करनी चाहिए. इस बार सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को है. पहले सोमवार पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं.

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Sawan 2022: सावन के पहले सोमवार 3 शुभ योग, ये एक काम करने से होगी महादेव की कृपा
Sawan 2022: सावन के पहले सोमवार 3 शुभ योग, ये एक काम करने से होगी महादेव की कृपा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 3 शुभ योगों के साथ आया सावन का पहला सोमवार
  • शीघ्र विवाह और खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए करें ये उपाय

सावन के सोमवार भगवान शिव की पूजा सर्वोत्तम होती है. इस दिन मुख्य रूप से शिवलिंग की पूजा होती है और उस पर गंगाजल व बेलपत्र चढ़ाया जाता है. वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्या हो या मनचाहे जीवनसाथी को पाने की चाहत, सावन के सोमवार का महत्व हर मायने में खास है. अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह में अड़चनें आ रही हों तो भी सावन के प्रत्येक सोमवार पूजा करनी चाहिए. इस बार सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को यानी आज है. पहले सोमवार पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं.

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सावन के महीने का महत्व
सावन के महीने में शिवजी की पूजा से भाग्य बदल सकता है. सावन में जल तत्व की मात्रा ज्यादा होती है जो वास्तव में पारिवारिक जीवन का कारक तत्व है. मंगल दोष, ग्रहण योग या विवाह न होने का योग सावन में ज्यादा बेहतर तरीके से शांत किया जा सकता है. अगर सावन के महीने में शिव और पार्वती की संयुक्त पूजा की जाए तो न केवल विवाह शीघ्र हो सकता है, बल्कि अगर वैवाहिक जीवन में बाधा है तो वो भी दूर हो जाती है.

सावन के पहले सोमवार शुभ मुहूर्त
इस बार सावन के पहले सोमवार दोपहर 12 बजकर 24 मिनट से अगले दिन सुबह 5 बजकर 35 मिनट तक रवि योग बनेगा. इसके बाद 17 जुलाई को शाम 5 बजकर 49 मिनट से 18 जुलाई को दोपहर तीन बजे तक शोभन योग रहेगा. वहीं, सोमवार, 18 जुलाई को सुबह 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है.

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18 से 24 साल के लोगों के लिए विशेष उपाय
जिन लोगों को उम्र 18 से लेकर 24 साल है, वो सावन में नियमित रूप से पीले वस्त्र धारण करें. शाम के वक्त शिव-पार्वती की संयुक्त पूजा करें. शिव पार्वती को संयुक्त रूप से एक ही माला अर्पित करें  और "ॐ गौरी शंकराय नमः " मंत्र का जाप करें. यह प्रयोग सावन में लगातार 09 दिन करना होगा. ऐसा करने वालों की सभी मनोवांछित मनाकामनाएं पूरी होंगी.

 

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