शनि 5 जून यानी आज कुंभ राशि में वक्री होने वाले हैं. दोपहर करीब सवा तीन बजे शनि की उल्टी चाल शुरू हो जाएगी. इसके बाद 23 अक्टूबर तक शनि उल्टी चाल चलेंगे. ज्योतिषियों की मानें तो शनि की ये चाल बहुत महत्वपूर्ण है. इससे शनि की साढ़े साती, ढैया और गोचर की स्थिति बदल जाएगी. शनि की उल्टी चाल का 8 राशियों पर सबसे ज्यादा असर दिखाई देगा.
साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव
इस वक्त मकर कुम्भ और मीन राशि पर साढ़े साती चल रही है. शनि के वक्री होते ही धनु राशि पर साढ़े साती जैसी स्थिति बन जाएगी. कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. ऐसे में मिथुन और तुला राशि में फिर से शनि की ढैय्या जैसी स्थिति बन जाएगी. शनि दोबारा से पूर्ण रूप से कुंभ राशि में 18 जनवरी के बाद ही आ पाएंगे.
इन 2 राशियों में ढैय्या जैसी स्थिति
मिथुन- शनि के वक्री होते ही मिथुन राशि में ढैय्या जैसी स्थिति बनेगी. नतीजन जातकों के करियर में बाधा उत्पन्न हो सकती है. व्यर्थ के विवाद में पड़ने से बचें. संतान पक्ष की चिंता रहेगी. स्वास्थ्य का ख्याल रखें. नौकरी या व्यापार के सिलसिले में लंबे समय के लिए घर से दूर जा सकते हैं.
वृश्चिक- वृश्चिक राशि में भी ढैय्या जैसी स्थिति बन रही है. आपके कार्यों में बाधा आएगी. करियर में कुछ परिवर्तन होंगे. नौकरी-व्यापार में भी रुकावटें पैदा हो सकती हैं, लेकिन धन लाभ भी होगा. वक्री शनि से आपकी राशि को मिलेजुले परिणाम मिलेंगे.
इस राशि में साढ़े साती जैसी स्थिति
धनु- शनि के वक्री होते ही धनु राशि में साढ़े साती जैसी स्थिति बनेगी. करियर में बदलाव की स्थिति बन रही है. माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. परिजनों की सेहत का भी ख्याल रखें. व्यर्थ का तनाव ना पालें.