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Surya Grahan 2024 Date and Time in India: इस साल का पहला सूर्य ग्रहण खत्म हो गया है. सूर्य की शक्तियों को कमजोर बनाने वाला यह ग्रहण सोमवती अमावस्या पर लगा था. यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण था. ऐसा दुर्लभ सूर्य ग्रहण आज से 54 साल पहले 1970 में दिखा था.
कितने बजे लगा था सूर्य ग्रहण? (Surya Grahan 2024 Timing)
भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) 8 अप्रैल को रात 09 बजकर 12 मिनट पर शुरू हुआ था. सूर्य ग्रहण का समापन रात 02 बजकर 22 मिनट पर हुआ.
Solar Eclipse 2024 Live Update-
2:22 AM- साल का पहला सूर्य ग्रहण खत्म हो गया है. अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में यह पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था.
2:14 AM- अमेरिका कनाडा और मेक्सिको के कई शहरों में पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा जा रहा है.
11.15 PM- भारत में जब सूर्य ग्रहण लगता है तो उसके समाप्त होने के बाद अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों को गेहूं, गुड़, चना और दाल जैसी चीजों का दान किया जाता है. ग्रहण काल समाप्त होने के बाद जूते का दान करने से भी राहु-केतु का दुष्प्रभाव समाप्त होता है.
#WATCH | Total Solar Eclipse seen across North America. #TotalSolarEclipse2024
— ANI (@ANI) April 8, 2024
(Source: NASA) pic.twitter.com/gxFH4M1w0E
11.00 PM- धार्मिक पुराणों के अनुसार, पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण समुद्र मंथन के समय हुआ था. रामायण के अरण्य कांड में भी सूर्य ग्रहण का उल्लेख मिलता है. भगवान राम ने खर-दूषण का वध इसी दिन किया था. महाभारत काल में जिस दिन पांडव जुए में हारे थे, उस दिन भी सूर्य ग्रहण लगा था. महाभारत युद्ध के 14वें दिन सूर्य ग्रहण था. इसके अलावा, जब अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया था और जब कृष्ण नगरी द्वारका डूबी थी, तब भी सूर्य ग्रहण था.
10.39 PM- हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण में राहु का प्रभाव काफी बढ़ जाता है. इसके दौरान नकारात्मक शक्तियां भी सक्रिय हो जाती हैं. इसलिए ग्रहण के दौरान सुनसान जगहों पर न जाने की सलाह दी जाती है.
10.20 PM- ज्योतिषविदों की मानें तो साल का पहला सूर्य ग्रहण वृषभ, सिंह और मकर राशि के लिए शुभ साबित हो सकता है. जबकि मेष, मिथुन, कन्या और मीन राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
9.40 PM: भारत में इस ग्रहण के न दिखने की वजह से ही सूतक काल भी मान्य नहीं है. इसके साथ ही इस सूर्य ग्रहण का कोई सीधा असर यहां लोगों पर नहीं पड़ेगा. ग्रहण का असर सिर्फ उन्हीं देशों में होगा, जहां यह ग्रहण नजर आ रहा है.
9.16 PM: साल का पहला सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है. यह सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पैसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में नजर आएगा. भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा.
9.10 PM- इससे पहले उत्तरी अमेरिका में ऐसा पूर्ण सूर्य ग्रहण 1970 में लगा था. तब मेक्सिको, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, साउथ कैरोलिना, नॉर्थ कैरोलिना, मैसाच्युसेट्स और कनाडा में लोगों ने पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा देखा था. अब यहां ऐसा सूर्य ग्रहण 2078 में दिखाई देगा.
8.55 PM- इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के रास्ते में जो भी इलाके आएंगे, वहां दिन में रात जैसी अनुभूति होगी. वहां कुछ देर के लिए अंधेरा छा जाएगा. तापमान में गिरावट आ जाएगी. रात में एक्टिव होने वाले जीव सक्रिय हो जाएंगे.
8.28 PM- ग्रहण काल के दौरान इश्वर की मूर्तियों को स्पर्श करना ठीक नहीं होता है. हालांकि, इस दौरान भगवान के नाम की माला जप सकते हैं. इसके साथ ही मंत्रों का उच्चारण कर सकते हैं.
8.10 PM- यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है. पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य, पृथ्वी की सीध में आकर सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है. इसके बाद जहां-जहां चंद्रमा की काली छाया पड़ती है, वहां लोगों को पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देता है.
7.58 PM- सूर्य ग्रहण नग्न आंखों से देखने पर आंखों को नुकसान हो सकता है. इसे देखने के लिए खास तरह के ऑप्टिकल या ग्लास का उपयोग करना चाहिए. इससे आंखों पर सूरज की किरणों का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा और आपका रेटिना सुरक्षित रहेगा.
7.47 PM- सूर्य ग्रहण के दौरान पृथ्वी के कुछ हिस्से पूर्ण सूर्य ग्रहण की जद में रहेंगे. पूर्ण सूर्य ग्रहण 4 मिनट 28 सेकंड का होगा. इस दौरान अमेरिका के क्लीवलैंड, न्यूयॉर्क, न्यू हैम्पशायर, डेलास और लिटिल रॉक शहर में पूर्ण चंद्र ग्रहण का नजारा दिखाई देगा.
7.39 PM- सूर्य ग्रहण का दुष्प्रभाव सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों और रोगियों पर पड़ता है. इसलिए ग्रहण काल में इन लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
7:23 PM- भारत में तो नहीं लेकिन यह ग्रहण पश्चिमी यूरोप, पैसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका (अलास्का को छोड़कर), कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भागों में, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में नजर आएगा.
7.19 PM- हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को बहुत महत्वपूर्ण घटना माना गया है. ज्योतिष गणना के अनुसार, साल का पहला सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगने वाला है. हालांकि 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा.
साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण
इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट की बताई जा रही है. लेकिन दुनिया के कुछ हिस्सों में करीब साढ़े सात मिनट तक पूर्ण सूर्य ग्रहण की स्थिति बनी रहेगी. यह ऐसी स्थिति होगी जब लोगों को दिन में रात जैसी अनुभूति होगी. इसलिए इसे साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण कहा जा रहा है.
सूर्य ग्रहण का भारत पर कितना असर? (Surya Grahan 2024 Sutak Kaal)
साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए भारत पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. इसमें सूतक काल के नियम भी मान्य नहीं होंगे. आमतौर पर सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. सूतक काल में पूजा-पाठ की मनाही होती है. लेकिन सूतक काल केवल तभी मान्य होता है, जब सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यमान हो. चूंकि साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी लागू नहीं होगा.
सूर्य ग्रहण का देश दुनिया पर असर (Surya Grahan 2024 Effect)
यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लग रहा है. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जो भारत में दर्शनीय नहीं होगा. इस सूर्य ग्रहण में सूर्य, चन्द्रमा, राहु और शुक्र का संयोग बनेगा. राहु और केतु का अक्ष मीन और कन्या राशि में प्रभावशाली हो जाएगा. इसमें सूर्य, मंगल और केतु का प्रभाव बन गया है. ग्रहों की यह स्थिति दुनियाभर में राजनैतिक मोर्चे पर उथल-पुथल मचा सकती है. कन्या और मीन राशि का प्रभाव दुनियाभर में युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं के संकेत दे रहा है.
सूर्य ग्रहण का धार्मिक इतिहास (Surya Grahan 2024 History)
सूर्य ग्रहण की धार्मिक मान्यता पुराणों के अनुसार पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण समुद्र मंथन के समय हुआ था. रामायण के अरण्य कांड में भी सूर्य ग्रहण का उल्लेख मिलता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम ने खर-दूषण का वध इसी दिन किया था. महाभारत काल में जिस दिन पांडव जुए में हारे थे, उस दिन भी सूर्य ग्रहण लगा था. महाभारत युद्ध के 14वें दिन सूर्य ग्रहण था. इसके अलावा, जब अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया था और जब कृष्ण नगरी द्वारका डूबी थी, तब भी सूर्य ग्रहण था.
सूर्य ग्रहण के उपाय (Surya Grahan 2024 Mantra And Upay)
ग्रहण काल में मंत्र जाप और ध्यान करने से ग्रहण के दोष और प्रभाव कम हो जाते हैं. इस समय में की गई पूजा प्रार्थना, निश्चित रूप से स्वीकार होती है. अगर कोई मंत्र सिद्ध करना चाहते हैं या दीक्षा लेना चाहते हैं तो वो भी ग्रहण काल में विशेष शुभ होती है. ग्रहण के बाद स्नान करके किसी निर्धन को कुछ न कुछ दान अवश्य करें. ग्रहण के बाद अन्न, वस्त्र और धन का दान करने की भी परंपरा है.
जिन जगहों पर दिखेगा ग्रहण, वहां माने जाएंगे सूतक के ये नियम (Surya Grahan 2024 Precautions)
1. ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद मंदिर में पूजा-पाठ न करें. देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श न करें.
2. सूतक काल लगने के बाद घर में भोजन न पकाएं. बल्कि सूतक काल से पहले घर में रखे खाने में तुलसी के पत्ते जरूर डाल दें.
3. ग्रहण की अवधि में भोजन ग्रहण न करें. इस दौरान क्रोध न करें. इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव अगले 15 दिनों तक रह सकता है.
4. ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए. इस दौरान नकारात्मक शक्तियां काफी ज्यादा हावी रहती हैं.
5. सूतक काल शुरू होने के बाद नए या शुभ काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. कहते हैं कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है.
6. ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद तुलसी के पौधे को न छुएं. नुकीले या धारदार उपकरणों के प्रयोग से भी बचें
ग्रहण का राशियों पर असर और उपाय
मेष- स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा. आकस्मिक स्थान परिवर्तन हो सकता है. करियर में समस्याओं से बचना होगा. ग्रहण के पश्चात गुड़ और गेंहू का दान करें.
वृष- रुके हुए काम पूरे होंगे करियर में बड़ी सफलताओं के योग हैं. आर्थिक स्थिति बेहतर होती जाएगी. ग्रहण के दौरान शिव मंत्र का जाप करें.
मिथुन- स्वास्थ्य बेहतर होता जाएगा करियर में नए अवसर मिलेंगे. अनुकूल स्थान परिवर्तन हो सकता है. ग्रहण के बाद गुड़ का दान करें.
कर्क- इस समय करियर में समस्या आ सकती है. घर के बुजुर्गों का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. इस समय जल्दबाजी में कोई भी निर्णय न लें. ग्रहण के पश्चात ताम्बे के बर्तनों का दान करें.
सिंह- स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति का बहुत ध्यान रखें. करियर में बड़ा जोखिम लेने से बचाव करें. महत्वपूर्ण काम कुछ समय के लिए रुक सकते हैं. ग्रहण के बाद गुड़ और गेंहू का दान करें.
कन्या- आर्थिक और पारिवारिक समस्याए परेशान कर सकती हैं. वाहन सावधानी से चलाएं, चोट चपेट से बचाव करें. जोश में आकर बड़ा निर्णय न लें.
तुला- चली आ रही समस्या हल होगी. स्वास्थ्य बेहतर होता जाएगा. धन की स्थिति में सुधार होगा. ग्रहण के दौरान शिव मंत्र का जप करें.
वृश्चिक- कोई महत्वपूर्ण काम रुक सकता है. करियर में समस्या हो सकती है. स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में उतार चढ़ाव हो सकता है. ग्रहण के पश्चात गुड़ और गेंहू का दान करें.
धनु- करियर में समस्या आ सकती है. इस समय स्थान परिवर्तन भी हो सकता है. स्वास्थ्य में जरा भी लापरवाही न करें. ग्रहण के बाद गुड़ और गेंहू का दान करें.
मकर- स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में सुधार होगा. नए कार्य और करियर की शुरुआत हो सकती है. धन की स्थिति बेहतर होती जाएगी. ग्रहण के दौरान शिव मंत्र का जप करें.
कुंभ- स्वास्थ्य की समस्यायें परेशान कर सकती हैं. पारिवारिक समस्याएं हो सकती हैं. माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. ग्रहण के बाद ताम्बे के बर्तनों का दान करें.
मीन- वैवाहिक जीवन में समस्या हो सकती है. दुर्घटनाओं और वाद विवाद से सावधान रहें. करियर के मामले में कोई लापरवाही न करें. ग्रहण के बाद आटे का दान करें.