Varad Chaturthi 2022: भगवान गणेश को बुद्धि दाता और प्रथम पूज्य माना जाता है. हर माह के दोनों पक्षों में पड़ने वाली चतुर्थी को गणेश जी की पूजा की जाती है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी या वरद चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. आज 6 जनवरी को विनायक चतुर्थी मनाई जा रही है. इस दिन विधि विधान से पूजा करने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं, साथ ही आज के दिन गणेश जी के इस महामंत्र का जाप करने से विशेष पुण्य लाभ मिलता है.
गणेश चतुर्थी पर इस विधि से करें पूजा (Varad Chaturthi Puja vidhi)
1- पूजा से पहले साफ-सुथरे कपड़े धारण करें.
2- गणेश जी की तांबे या फिर मिट्टी की प्रतिमा लें.
3- एक कलश में जल भर लें और उसके मुंह को नए से वस्त्र बांध दें. इसके बाद उसके ऊपर गणेश जी को विराजमान करें.
4- गणेश जी को सिंदूर, दूर्वा, घी चढ़ाएं और 21 मोदक का भोग लगाकर विधिवत पूजा करें.
5- अंत में लडडुओं का प्रसाद ग़रीबों और ब्राह्मणों को बांट दें.
गणेश जी के इस महामंत्र का करें जाप (Varad Chaturthi Mantra)
प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्|
तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय||
प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्|
अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य||
गणेश जी को ज़रूर चढ़ाएं ये चीज़ें
गणेश जी की पूजा करते समय छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें. पूजा के समय गणेश जी की प्रिय मोदक का भोग, दूसरा दूर्वा और तीसरा घी ये तीनों ही चीजें ज़रूर चढ़ाएं.