सूर्य देव 14 अप्रैल 2022 को मेष राशि में प्रवेश कर गए हैं. इसी के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा और शुभ कार्यों पर लगी पाबंदियां भी खत्म हो जाएंगी. बता दें कि पिछले महीने सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास लग गया था, जिसके बाद शादी-विवाह जैसे तमाम शुभ कार्यों पर रोक लग गई थी. अब खरमास समापन से लेकर देवशयन एकादशी तक पूरे चार महीने के लिए सभी शुभ कार्यों से पाबंदी हट जाएगी.
4 महीने में 41 विवाह मुहूर्त
विक्रम संवत्सर 2079 में खरमास की समाप्ति के बाद शादी-विवाह, देव प्रतिष्ठा, भवन निर्माण, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य 14 अप्रैल से प्रारंभ हो जाएंगे. 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चतुर्मास लगते ही शुभ कार्य पुन: बंद हो जाएंगे. ये पाबंदी 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी तक रहेगी. खरमास से देवशयनी एकादशी तक 4 महीने में विवाह के कुल 41 शुभ मुहूर्त होंगे.
विवाह मुहुर्त:
ज्योतिषविदों का कहना है कि
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजकर 56 मिनट पर होगा. इसके बाद जो भी विवाह के शुभ मुहूर्त हैं, उनमें वर के लिए सूर्य और चंद्र की शुभता को ध्यान में रखना होगा. जबकि वधु के लिए बृहस्पति स्वराशि में होने के कारण अशुभ होते हुए भी शुभ रहेंगे. ऐसे में वधु के विवाह के लिए त्रिबल शुद्ध मुहूर्त निकालने के लिए सिर्फ चंद्रबल देखने की ही आवश्यता रह जाएगी.
बुधादित्य योग के साथ ग्रहण दोष
14 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे जहां बुध पहले से ही विराजमान हैं. ऐसे में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग का निर्माण होगा. लेकिन सूर्य और राहु की युति से ग्रहण दोष भी लग रहा है. इस वजह से कुछ समस्याएं भी आड़े आ सकती हैं. ऐसे में दुर्घटनाओं के होने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं.