उत्तराखंड स्थित चार धामों में से एक यमुनोत्री धाम के कपाट आज यानी अक्षय तृतीया के दिन खोल दिए गए हैं. कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन की स्थिति जारी है. इस कारण मात्र 25 लोगों की मौजूदगी में यमुनोत्री धाम यात्रा बिना श्रद्धालुओं के ही शुरू की गई. मां यमुना की डोली सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ यमुनोत्री धाम के लिए शीतकालीन प्रवास खरसाली से रवाना हुई और यात्रा पूरी कर यमुनोत्री धाम पहुंची. यात्रा के दौरान इसमें शामिल लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया. इस दौरान पुलिसवालों द्वारा यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग भी की गई. कोरोना गाइडलाइंस को फॉलो करते हुए शुक्रवार दोपहर अभिजीत मुहूर्त में 25-25 पुरोहितों और प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों की मौजूदगी में मंदिर के कपाट खोले गए.
15 मई को खुलेंगे गंगोत्री धाम के कपाट
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर मंदिर के पुरोहितों द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ यमुनोत्री धाम के कपाट 12 बजकर 15 मिनट पर 6 माह के लिए खोल दिए गए हैं. धाम के कपाट खोलने के साथ ही कोविड नियमों का अनुपालन अनिवार्य होगा. अक्षय तृतीया पर यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिए गए हैं और कल यानी 15 मई दिन शनिवार की सुबह मां गंगा की डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी. जहां विधिवत पूजा-पाठ के साथ सुबह 7.30 मिनट पर इस पावन धाम के कपाट अगले 6 माह के लिए खोल दिए जाएंगे. हालांकि, डोली यात्रा के दौरान इसमें शामिल लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा.
कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें
आज देश में कोरोना महामारी की जंग जारी है. ऐसे में पिछली बार की तरह इस बार भी बिना श्रद्धालुओं के ही चारधाम यात्रा होगी. जहां एक तरफ देश में कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी है वहीं इसका खतरा भी चार गुना बढ़ चुका है. ऐसे में कोविड नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है. सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कोरोना गाइडलाइंस के सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं. इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती के साथ करें.