प्रयागराज में महाकुंभ-2025 का आयोजन हो रहा है. इस प्रयागराज को अलग-अलग समय पर अलग-अलग नामों से सराहा गया है. पौराणिक इतिहास में इसका एक नाम इलावास भी दर्ज है. तीर्थराज को ये नाम मिलने की कहानी बड़ी दिलचस्प है और इसकी वजह देवी पार्वती का दिया एक श्राप है. ये उस राजा की कहानी है जो पार्वती के श्राप से स्त्री बन गया और इला कहलाया था.