मुंबई की गलियों में जन्माष्टमी के मौके पर दही-हांडी समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान युवाओं और बच्चों का जोश देखने लायक था.
दही-हांडी प्रतियोगिता में मुंबई की कई मंडलियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान गोविंदाओं ने बड़े-बड़े पिरामिड बनाए.
राजनीति और बॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियों ने भी दही-हांडी उत्सव में शामिल होकर गोविंदाओं का उत्साह बढ़ाया.
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद कई बाल गोविंदाओं ने दही-हांडी उत्सव में भाग लिया.
दही-हांडी समारोह के दौरान चारो तरफ गोविंदा आला रे की गूंज सुनाई देती है.
दही-हांडी को एक एडवेंचर स्पोर्ट का दर्जा दिया गया है.
कई बड़े गोविंदा मंडलों ने दही-हांडी फोड़ने पर लाखों रुपये का ईनाम रखा जाता है.
सबसे ज्यादा आकर्षण के केंद्र वो रहे, जहां इनामी मटकों को फोड़ने की जबरदस्त लड़ाई थी. हांडी फोड़ने की जद्दोजहद में कई पिरामिड भरभराकर गिर पड़ते.
जन्माष्टमी ऐसा मौका है जब मुंबई को ठाणे से जबरदस्त टक्कर मिलती है. इस बार भी ठाणे का उत्साह देखने लायक था.
पिरामिड बनाने के दौरान कई गोविंदा घायल भी हुए जिन्हे मुंबई के अलग अलग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराना पड़ा.