प्राचीन काल में हमारे ऋषि-मुनियों ने जीवन जीने के कई
गुर-मंत्र सिखाए. जिंदगी जीने में आज भी ये मंत्र बहुत ही उपयोगी है. अगर
हम इन सूत्रों को अपने जीवन में उतार लें तो हमारी जिंदगी की कई मुश्किलें
शायद कम हो जाएं.
हिंदू दर्शन बहुत ही व्यावहारिक माना जाता है. हिंदू दर्शन के अनुसार, हर किसी को ये 7 चीजें किसी को नहीं बतानी चाहिए, इन बातों को हर इंसान को खुद तक ही सीमित रखना चाहिए. किसी दूसरे से ये बातें साझा करने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कौन सी हैं ये गोपनीय बातें...
कभी भी अपनी योजनाओं को दूसरों के साथ साझा नहीं करें-
हमें कभी भी किसी भी शख्स को अपनी भावी योजनाओं को नहीं बताना चाहिए चाहे वह कितना भी करीबी ही क्यों ना हो. हमें नहीं पता होता कि समय के साथ उस शख्स के साथ हमारे रिश्तों में कैसे बदलाव आ सकता है.
आपका प्लान आपका ही प्लान होना चाहिए. कोई आइडिया परफेक्ट नहीं होता है और
अगर आप किसी को अपना आइडिया बताते हैं तो शायद आप आलोचना का शिकार हो जाएं
या फिर कई बार ईर्ष्या की वजह से सामने वाला शख्स आपके प्लान को पूरी तरह
से नकार दे और आप हतोत्साहित हो जाएं.
जब तक आपके प्रोजेक्ट अंतिम चरण में ना हो तब तक बिल्कुल भी किसी से उसे शेयर नहीं करें.
हर किसी की जिंदगी में कुछ बेहद निजी और गोपनीय बातें होती हैं. इन बातों को हमेशा खुद तक ही सीमित रखना चाहिए. आपकी नींद, खाना और सेक्स से जुड़े जो भी मुद्दे हैं, उन्हें जगजाहिर करने की कोई जरूरत नहीं है.
अपनी पारिवारिक समस्याओं के बारे में चर्चा ना करें-
ऐसा कहा जाता है कि हर घर अपने आप में एक अलग ही दुनिया है. इस दुनिया में जो कुछ भी हो, वह बाहर नहीं प्रकट करना चाहिए.
घर के लड़ाई-झगड़े और समस्याओं के बारे में किसी से बातें करना भले ही बड़ा राहत भरा लगता हो लेकिन कई बार यह मुश्किलें और बढ़ा देता है. जितने ज्यादा लोगों और जितनी बार इन समस्याओं पर चर्चा होगी, समस्याएं उतनी ही बड़ी होती चली जाएंगी. बार-बार उन्हीं समस्याओं के बारे में बातें करने से ऐसा भी लगता है कि ये समस्याएं कभी सुलझायी ही नहीं जा सकती हैं.
जो कुछ भी सुनें, उस पर ध्यान ना दें-
हमें कई बार दूसरों की समस्याएं और शिकायतें सुनने को मिलती हैं. कई बार हम बिना चाहे भी इन बातों को सुनते हैं.
दूसरे की हर बात पर प्रतिक्रिया देने से बचना चाहिए. खासकर जब बात नकारात्मक हो. इससे हमारी ऊर्जा ही बर्बाद होती है दूसरों की नकारात्मक बातों में अपनी ऊर्जा लगाने से अच्छा है कि हम सही चीजों में अपनी ऊर्जा खपाएं.
नकारात्मक ऊर्जा के साथ घर पहुंचना भी अच्छी बात नहीं है. अपने मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना आपके लिए उतना ही जरूरी है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य की.
घर की समस्याएं घर में ही सुलझायी जा सकती हैं. इससे आपके और आपके
करीबियों के बीच कोई तीसरा नहीं आएगा. धीरे-धीरे आपके बीच का रिश्ता और
मजबूत होता जाएगा.
अपनी उदारता-
अगर आप किसी के सामने अपनी उदारता की शेखी बघारते हैं तो
इससे बुरा कुछ नहीं है. इससे आपकी बहुत किरकिरी हो सकती है. अपने
उदारतापूर्ण कार्यों का बखान सबके सामने कभी नहीं करें. नेकी कर और दरिया
में डाल...
अपने साहसिक कार्यों की बातें नहीं करें-
अगर आप बहुत ही साहसिक किस्म के हैं और आपको किसी चीज से डर नहीं लगता है. या फिर आपने कोई सराहनीय काम किया है तो इस हवाओं पर छोड़ दें, वे आपकी यशकीर्ति खुद फैला देंगी, आपको दूसरों से ये बातें बतानी की कोई जरूरत नहीं है.
अपने आध्यात्मिक ज्ञान को कभी नहीं बांटें-
अध्यात्म एक ऐसी चीज है जिसे हमें अपने मन के भीतर रखना चाहिए. यह एक अमूल्य निधि है जिसे हर किसी से छुपाकर ही रखना चाहिए. हमारे विचार, सोचने का नजरिया, अध्यात्म सबके साथ साझा नहीं करना चाहिए क्योंकि हमें पता है कि हर किसी का नजरिया अलग होता है.